tag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post2733370575875450281..comments2023-11-09T10:02:07.593-05:00Comments on लावण्यम्` ~अन्तर्मन्`: कोली : बंबई का मानसून और जल और जिनका जाल है जीवनलावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`http://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comBlogger22125tag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-17556996935661424112009-07-07T04:58:55.551-04:002009-07-07T04:58:55.551-04:00कोली कौम के बारे में बहुत ही khubsurat और well org...कोली कौम के बारे में बहुत ही khubsurat और well organised जानकारी दी है आप ने.<br />राज कपूर जी ने अपनी फिल्म बोबी में मछुआरों का जीवन बखूबी दर्शाया है.<br />आप की यह पोस्ट बहुत ही अच्छी लगी.<br /><br />और हाँ...Congratulations!! आप का एक Article Padama khanna जी के बारे में था..उस की चर्चा एक NewsPaper में हुई...ऐसा मैं ने Pabla जी के ब्लॉग पर पढ़ा .Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-6566443153499445552009-07-03T16:12:42.785-04:002009-07-03T16:12:42.785-04:00Ye Mumbai Hai n...Phir Se Dekhne Ki Tammana HaiYe Mumbai Hai n...Phir Se Dekhne Ki Tammana HaiDileepraaj Nagpalhttps://www.blogger.com/profile/15936510510123199146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-40638672385053093272009-07-02T21:00:48.692-04:002009-07-02T21:00:48.692-04:00ये महत्वपूर्ण जानकारी दी आप ने....ये महत्वपूर्ण जानकारी दी आप ने....प्रसन्नवदन चतुर्वेदी 'अनघ' https://www.blogger.com/profile/03784076664306549913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-53789613664875869732009-07-02T02:20:19.872-04:002009-07-02T02:20:19.872-04:00Kaphi kuch janne ko mila.Aabhar.Kaphi kuch janne ko mila.Aabhar.sandhyaguptahttps://www.blogger.com/profile/07094357890013539591noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-53183951446836549212009-07-01T22:52:08.982-04:002009-07-01T22:52:08.982-04:00आपने तो मुम्बई और मछुआरों का पूरा परिवेश जीवंत कर ...आपने तो मुम्बई और मछुआरों का पूरा परिवेश जीवंत कर दिया लावण्या बेन.देखिये तो आपका ह्र्दय और मानस ज़माने भर शक्तिशाली कम्प्यूटर्स से भी कितनी अधिक व्यापक हार्डडिस्क से सुसज्जित है जिसमें सालों पूर्व की स्मृतियों का डाटा सुसज्जित है. मानवता ऐसी सुरीली बातों को बाँटने से ही तो बचेगी.अपना निरर्ग,परिवेश,परम्पराएं,संगीत,काव्य,रहन-सहन और अपने लोग ही तो हमारी थाती हैं.<br /><br />बहुत साधुवाद समंदर के किनारे बसी समृध्दि की इस राजधानी की इस लोक संगीतपूर्ण सैरे के लिये.<br /><br />प्रणाम.संजय पटेलhttps://www.blogger.com/profile/04535969668109446884noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-82780420195148956972009-07-01T14:28:10.068-04:002009-07-01T14:28:10.068-04:00बढिया जानकारी.
अभी कोंकण के द्वार पर स्थित दिवे आ...बढिया जानकारी.<br /><br />अभी कोंकण के द्वार पर स्थित दिवे आगर बीच पर जा कर आया हूं. स्वयं वेजीटेरीयन हूं , मगर वहां मछली का बडी ही लज़ीज़ भोजन मिलता है. मगर चूंकि यह समय उनके प्रजनन का है, स्थानीय कोली लोगों ने मछली मारना बंद कर दिया है, जो बडा ही अच्छा कदम है.दिलीप कवठेकरhttps://www.blogger.com/profile/16914401637974138889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-161525554270183812009-06-30T11:02:23.028-04:002009-06-30T11:02:23.028-04:00बम्बई में इन लोगों को बहुत ध्यान से देखा है। इनकी ...बम्बई में इन लोगों को बहुत ध्यान से देखा है। इनकी भाषा-गीत फिल्मों में भी नजर आये हैं। कुल मिला कर इनके प्रति बड़ा फैसिनेशन है।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-42768098852760825212009-06-30T02:58:09.263-04:002009-06-30T02:58:09.263-04:00हमेशा की तरह अनूठी जानकारी. एक पूरे कोली समाज के क...हमेशा की तरह अनूठी जानकारी. एक पूरे कोली समाज के कल्चर के साथ साथ आपने उस समय की सुंदर सैर करवाई. बहुत धन्यवाद आपको.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-88874985742739785432009-06-30T02:18:49.230-04:002009-06-30T02:18:49.230-04:00वाकई समय सब कुछ बदल देता है ....सब कुछवाकई समय सब कुछ बदल देता है ....सब कुछडॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-47348515771293181142009-06-30T01:25:58.724-04:002009-06-30T01:25:58.724-04:00अब कोली समाज के बारे में बहुत कुछ जान गए हम। आपकी ...अब कोली समाज के बारे में बहुत कुछ जान गए हम। आपकी पिछली पोस्ट बहुत अच्छी लगी। बचपन में मैंने भी अपने गांव में दशहरा के मौके पर पद्मा जी की एक भोजपुरी फिल्म देखी थी.. शायद ‘बलम परदेशिया’ नाम था उसका ....राकेश पाण्डेय हीरो थे शायद।Ashok Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/14682867703262882429noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-17105962190191730742009-06-29T22:52:58.558-04:002009-06-29T22:52:58.558-04:00बोबी फिल्म का कोली से सम्बन्ध पता नहीं था.. आपने ब...बोबी फिल्म का कोली से सम्बन्ध पता नहीं था.. आपने बढ़िया जानकारी दी...कुशhttps://www.blogger.com/profile/04654390193678034280noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-35314582080681031062009-06-29T22:44:10.903-04:002009-06-29T22:44:10.903-04:00बेहतरीन प्रस्तुति ,आभार .बेहतरीन प्रस्तुति ,आभार .डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-43040356842117443582009-06-29T22:22:28.138-04:002009-06-29T22:22:28.138-04:00बहुत आभार इन सब को पढने के बाद!!बहुत आभार इन सब को पढने के बाद!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-44774971677572979222009-06-29T22:13:51.990-04:002009-06-29T22:13:51.990-04:00स्मृतियों के गलियारे में भटकते हुए आप कितनी सहजता...स्मृतियों के गलियारे में भटकते हुए आप कितनी सहजता से माज़ी के दरवाज़ों को खोलते हुए वहां से कुछ बीते हुए पल उठाती हैं और उनको शब्दों का लिबास पहना कर हमारे सामने प्रस्तुत कर देती हैं । आदरणीय दीदी साहिब आदरणीय पंडित नरेंद्र शर्मा जी सुपुत्री संस्मरणों को काव्य का बाना पहना कर एक नया ही प्रयोग कर रहीं हैं । आपके इन संस्मरणों को पढ़ते हुए लगता है जैसे कि हम भी उम्र के उस कालखंड में आपकी उंगली थाम कर आपके साथ चल रहे हैं । पूज्यनीय पंडित जी पर जो पुस्तक आपके भाई साहब तैयार कर रहे हैं वो पुस्तक कहां तक पहुंची । आप ने कहा था कि आप नवंबर दिसंबर में उसी पुस्तक को लेकर भारत आयेंगीं, सो उस कार्यक्रम का क्या है । <br />आपका ही अनुज <br />सुबीरपंकज सुबीरhttps://www.blogger.com/profile/16918539411396437961noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-11931120275788303872009-06-29T17:55:47.347-04:002009-06-29T17:55:47.347-04:00आप मुम्बई से इतनी दुर है फिर भी यहॉ कि सस्कृति को ...आप मुम्बई से इतनी दुर है फिर भी यहॉ कि सस्कृति को याद करती है , बहुत अच्छा लगा मुम्बई के बारे मे, कोली समाज के रवाज के बारे ,मे एकविरा देवी के बारे मे जानकर।<br /><br />आभर्<br /><br />मुम्बई टाईगर<br /><br />हे प्रभु यह तेरापथMUMBAI TIGER मुम्बई टाईगरhttps://www.blogger.com/profile/12686479234497210080noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-39563397822888928862009-06-29T14:46:09.180-04:002009-06-29T14:46:09.180-04:00आपको इतना कुछ याद है? इसीलिए तो आपका ब्लॉग निराला ...आपको इतना कुछ याद है? इसीलिए तो आपका ब्लॉग निराला है, अनमोल है.Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-70725720250320708442009-06-29T14:37:42.437-04:002009-06-29T14:37:42.437-04:00कोली समाज की जानकारी देने के लिए शुक्रिया |मई भी क...कोली समाज की जानकारी देने के लिए शुक्रिया |मई भी कुछ साल खार मे रही हू खार डाआण्डा के थोड़ा और आगे जाने पर वाँद्रे गाँव आजाता है जहाँ छोटी छोटी गलिया है, जहाँ पर समरधह कोलीसमाज रहता है और वहाँ उनके उपयोगी सारे सामान मिलते है जिसमे टोने टोटके का भी सामान बहुतायत मे मिलता है | <br />आपकी हरेक पोस्ट लाजवाब होती है| <br />आभारशोभना चौरेhttps://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-29326273895695400262009-06-29T14:30:32.538-04:002009-06-29T14:30:32.538-04:00पहली बार कोली समाज के बारे में इतने विस्तार से जा...पहली बार कोली समाज के बारे में इतने विस्तार से जानकारी मिली .. धन्यवाद।संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-21312570986421802242009-06-29T13:28:39.659-04:002009-06-29T13:28:39.659-04:00कोली समाज की इतनी विस्तृत जानकारी के लिए आभार.कोली समाज की इतनी विस्तृत जानकारी के लिए आभार.P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-17457547944985490802009-06-29T13:09:28.492-04:002009-06-29T13:09:28.492-04:00आज ही मैं माँ से यहाँ(गुजरात)के कोली समाज की बात क...आज ही मैं माँ से यहाँ(गुजरात)के कोली समाज की बात कर रही थी और आज ही आपका यह लेख देखा। बहुत अच्छा लिखा है।<br />घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-21814350557803077972009-06-29T13:01:36.021-04:002009-06-29T13:01:36.021-04:00बहूत सुन्दर प्रस्तुति लावण्यम जी ,मछुआरिनों पर ! द...बहूत सुन्दर प्रस्तुति लावण्यम जी ,मछुआरिनों पर ! दरअसल मुम्बई का पूरा मत्स्य व्यापार इन्ही के कन्धों पर टिका है -मैं चूकि मत्स्य कर्म में ही हूँ -मुम्बई की दो वर्षीया ट्रेनिंग ९१-९३ में इनका सामीप्य रहा -इतनी कर्मठ और जीवट की महिलायें मैंने नहीं देखी तब से कहीं भी !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-85376442409154947972009-06-29T13:00:18.886-04:002009-06-29T13:00:18.886-04:00इन विवरणों को पढ़ कर लगता है मुम्बई कितना बदल गया ...इन विवरणों को पढ़ कर लगता है मुम्बई कितना बदल गया है।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.com