tag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post3777094692802227564..comments2023-11-09T10:02:07.593-05:00Comments on लावण्यम्` ~अन्तर्मन्`: करिश्मा ये तेरा कुदरत,खुदा का रहमो करम है ये,लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`http://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comBlogger24125tag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-54199418237730583582009-02-03T01:44:00.000-05:002009-02-03T01:44:00.000-05:00बेहद सुंदर चित्र, और खूबसूरत कविता.......बेहद सुंदर चित्र, और खूबसूरत कविता.......arthttps://www.blogger.com/profile/12939686404150553798noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-86633037661056923492009-02-02T14:52:00.000-05:002009-02-02T14:52:00.000-05:00लावण्या जी यह कुदरत का करिश्मा देख कर आनंद आगया। ब...लावण्या जी <BR/>यह कुदरत का करिश्मा देख कर आनंद आगया। बहुत ही सुंदर चित्र हैं। <BR/>यहां भी आज इतनी स्नो गिर रही है जितनी पिछले २० वर्षों में नहीं देखी। इसी कारण, लंदन इस स्थिति के लिए तैयार नहीं था। स्कूल बंद, दुकानों में ग्राहक नदारद, एम्बुलेंस की धीमी गति, बसें गराजों में बंद, अंडरग्राउंड रेलों का और भी बुरा हाल - बस यूं कहिए कि लंदन कुछ समय के लिए जैसे ठहर गया हो। <BR/>और इससे ज़्यादा क्या कहूं कि हमारे छोटे से परिवार की सब से प्यारी और सब से छोटी दुलारी सदस्या 'कीका' - हमारी बिल्ली, बाहर जाने के लिए तड़प रही है। <BR/>वैसे हर जगह बच्चे खूब आनंद ले रहे हैं। स्नो- मैन बनाने में पूरा मज़ा ले रहे हैं। <BR/>आपके चित्रों में स्नो देख कर ६०वें दशक की याद आगई।<BR/>Poem बहुत अच्छी लगी। <BR/>In the whirling, churning flow...<BR/>I try to grasp some straws!<BR/>These are my understandings?<BR/>For the riddles of life's flows.<BR/>वाह!महावीरhttps://www.blogger.com/profile/00859697755955147456noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-77723226719940366072009-02-02T09:39:00.000-05:002009-02-02T09:39:00.000-05:00हमारे भारतीय मानस पटल पर बर्फ़ एक परिकथा की अनूभूति...हमारे भारतीय मानस पटल पर बर्फ़ एक परिकथा की अनूभूति में नज़र आता है, या फ़िल्मों में .<BR/><BR/>बेहद सुंदर चित्र, और खूबसूरत एहसासात जो कविता की शक्ल में इस जमी हुई बर्फ़ से पिघल कर आपकी कलम से टपक पडे़.<BR/><BR/>पिछले साल युरोप के सबसे अंतिम छोर नोर्थ केप पर जब पहूंचा था तो उस परिकथा का सपना सच होने का अद्भुत अहसास हुआ, जब बर्फ़ और सांय सांय हवा के चलते हुए मीलों दूर अपनों की याद की उष्णता में कुछ पल जीये.दिलीप कवठेकरhttps://www.blogger.com/profile/16914401637974138889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-63740107252504774252009-02-02T09:02:00.000-05:002009-02-02T09:02:00.000-05:00चित्रों के साथ कविताओं की इतनी सुन्दर प्रस्तुति के...चित्रों के साथ कविताओं की इतनी सुन्दर प्रस्तुति के लिए साधुवाद.इष्ट देव सांकृत्यायनhttps://www.blogger.com/profile/06412773574863134437noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-6046918163933099282009-02-01T16:52:00.000-05:002009-02-01T16:52:00.000-05:00सुंदर चित्रों के साथ कमाल की प्रस्तुति. आपके शब्द ...सुंदर चित्रों के साथ कमाल की प्रस्तुति. आपके शब्द तो हमेशा की तरह हैं ही मनमोहक !Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-91993180639525220892009-02-01T10:06:00.000-05:002009-02-01T10:06:00.000-05:00Bahut sundar...!!_________________________________...Bahut sundar...!!<BR/>___________________________________<BR/>युवा शक्ति को समर्पित ब्लॉग http://yuva-jagat.blogspot.com/ पर आयें और देखें कि BHU में गुरुओं के चरण छूने पर क्यों प्रतिबन्ध लगा दिया गया है...आपकी इस बारे में क्या राय है ??Amit Kumar Yadavhttps://www.blogger.com/profile/13738311398018201654noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-39524393870853040662009-02-01T08:55:00.000-05:002009-02-01T08:55:00.000-05:00कुदरत के करिश्मे के सामने वाणी मौन है -सच है !कुदरत के करिश्मे के सामने वाणी मौन है -सच है !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-32076292918065021512009-01-31T23:01:00.000-05:002009-01-31T23:01:00.000-05:00Lavanya DiHow wonderful is our mother nature.Waiti...Lavanya Di<BR/>How wonderful is our mother nature.<BR/>Waiting to see such season in Atlanta this yr.<BR/>Nice write up and pic too.<BR/>Thanx.<BR/>-Harshad Jangla<BR/>Atlanta, USAHarshad Janglahttps://www.blogger.com/profile/00844983134116438245noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-84604543788750283292009-01-31T13:10:00.000-05:002009-01-31T13:10:00.000-05:00Shukriya Muflis jeeShukriya Muflis jeeलावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-64518337086721960232009-01-31T12:42:00.000-05:002009-01-31T12:42:00.000-05:00khoobsurat alfaaz...khoobsurat manzar....khoobsura...khoobsurat alfaaz...<BR/>khoobsurat manzar....<BR/>khoobsurat adaaygii...<BR/>khoobsurat lehjaa......<BR/>aur utnaa hi <BR/>khoobsurat asar...sabhi padhne walon par.......<BR/>badhaaeee....!!!<BR/>---MUFLIS---daanishhttps://www.blogger.com/profile/15771816049026571278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-10373291487981995152009-01-31T12:19:00.000-05:002009-01-31T12:19:00.000-05:00दिलीप भाई,मैँ उत्तर अमरीका के मध्य भाग मेँ रहती हू...दिलीप भाई,<BR/>मैँ उत्तर अमरीका के मध्य भाग मेँ रहती हूँ <BR/>- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-17749949442853291592009-01-31T12:18:00.000-05:002009-01-31T12:18:00.000-05:00I did a "double take " on reading the word - " यूप...I did a "double take " <BR/>on reading the word - <BR/>" यूपोरियन " <BR/>the mind recalled <BR/>"European/ युरोपिअन " ,<BR/>somehow ...<BR/>पस्चिम गोलार्ध मेँ पाँव रखने से पूर्व, <BR/>हमने भी, <BR/>'बर्फ' सिर्फ हिन्दी फिल्मोँ मेँ ही देखी थी .. <BR/>(खास तौर से जब भी शम्मी कपूर को गाते, नाचते देखता करते थे तब :)<BR/>याद आता है,<BR/> सन्` १९७४ दीसम्बर <BR/>जब स्वीस ऐयर ने जीनीवा मेँ उतारा और हमेँ लगा<BR/>"अरे, <BR/>ठँड और बर्फ़ कितनी सुँदर है !" <BR/>और दूसरे क्षण,<BR/> सिल्क की साडी के आर पार <BR/>हड्डीयोँ तक<BR/>सर्द हवा के झोँके के वार से<BR/> प्राण सूख गये थे ! :)<BR/>और भीतर लाउन्ज की ओर भागे थे ..<BR/>वही पहली बर्फ का अनुभव था -<BR/><BR/> सो, अनुराग भाई, <BR/>जलने से क्या लाभ ? :-)<BR/>आ जाइये आप भी...<BR/>गर्म चाय, कोफी, होट चोकलेट<BR/> सब रेडी है ..<BR/>स्नेह सहित,<BR/>- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-73841033109170696922009-01-31T07:14:00.000-05:002009-01-31T07:14:00.000-05:00एक अलग सी ही दुनियां लग रही है हम यूपोरियन को!एक अलग सी ही दुनियां लग रही है हम यूपोरियन को!Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-53840293639900533232009-01-31T03:40:00.000-05:002009-01-31T03:40:00.000-05:00एक चीज होती है जलन .....हमें आपसे हो रही है.एक चीज होती है जलन .....हमें आपसे हो रही है.डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-76727033825682743402009-01-31T02:09:00.000-05:002009-01-31T02:09:00.000-05:00किसी ने ठीक ही कहा हैं कि...अडिग लगन और दृढ़निश्चय...किसी ने ठीक ही कहा हैं कि...<BR/>अडिग लगन और दृढ़निश्चय से ही लक्ष्य सदा पाया जाता हैं,<BR/>संघर्षों से विजय प्राप्त कर जग में मुस्कुराया जाता हैं !<BR/>बस अपना ध्यान रखना और इसी तरह प्रकृति की नवरंगनाओं को हमारे सामने प्रस्तुत करते रहना, जिससे हमें यह अहसास हों कि कुदरत के करिश्मों से हम कभी महरूम नही रहे!<BR/>काश हमारे राजस्थान में भी ऐसा नजारा रहता! चलो कोई नही, सब ईश्वर कि कृपा हैं!<BR/>और हाँ! आपकी प्रोफाइल में आपके बारे में पढने को नहीं मिला कि आप कहाँ के रहने वाले हो और ये तस्वीरें कहाँ की हैं!<BR/>सस्नेह!<BR/>दिलीप गौड़<BR/>गांधीधामAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-88390707044074292292009-01-31T01:01:00.000-05:002009-01-31T01:01:00.000-05:00बहुत सुंदर कविता. चित्र देख कर तो हम प्रशन्न हो गय...बहुत सुंदर कविता. चित्र देख कर तो हम प्रशन्न हो गये. यहां भारत मे तो इस बार बर्फ़ दूर की बात है सर्दी ही नही पडी ठीक से. <BR/><BR/>बहुर धन्यवाद.<BR/><BR/>रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-15002416853931185172009-01-31T00:38:00.000-05:002009-01-31T00:38:00.000-05:00चित्र के साथ सुंदर कविताएं ..बहुत सुंदर ..इस मौसम ...चित्र के साथ सुंदर कविताएं ..बहुत सुंदर ..इस मौसम के भी अपने मजे हैं ..रंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-65608407477522344022009-01-31T00:29:00.000-05:002009-01-31T00:29:00.000-05:00सुंदर रचना के साथ सुंदर परिदृश्य. सोने पे सुहागा. ...सुंदर रचना के साथ सुंदर परिदृश्य. सोने पे सुहागा. आभारP.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-88117908198174648422009-01-30T21:44:00.000-05:002009-01-30T21:44:00.000-05:00हाय हुसैन ! हम अभी तक ऐसी जगह नहीं जा पाए !हाय हुसैन ! हम अभी तक ऐसी जगह नहीं जा पाए !विवेक सिंहhttps://www.blogger.com/profile/06891135463037587961noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-82136097477205893222009-01-30T20:10:00.000-05:002009-01-30T20:10:00.000-05:00हम बचे इस साल... :) हेव फन!!हम बचे इस साल... :) हेव फन!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-51514769933353050212009-01-30T19:59:00.000-05:002009-01-30T19:59:00.000-05:00लावण्या जी,सचमुच आजकल की दृश्यावली बहुत सुंदर है. ...लावण्या जी,<BR/>सचमुच आजकल की दृश्यावली बहुत सुंदर है. प्रकृति का आनंद उठाइये और गाडी बहुत संभाल कर चलाईये.Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-73352451985270243162009-01-30T15:20:00.000-05:002009-01-30T15:20:00.000-05:00चित्र बहुत अच्छे लग रहे हैं.बर्फ देखने में बहुत अच...चित्र बहुत अच्छे लग रहे हैं.<BR/>बर्फ देखने में बहुत अच्छी लगती है..लेकिन जब इसे हटाना पड़ता है तब..और जब बर्फ वाले रास्ते पर चलना पड़ता है तब..पता चलता है..खूब ठण्ड हो रही होगी वहां ..<BR/>कविता भी बहुत ही सुंदर है..<BR/>'चमन गुलजार, बाग -बाग होगा<BR/>इसकी खुशी है मुझको एय खुदा<BR/>आबाद यूँ ही, तेरा , रहमो करम होगा !'<BR/>-यही दुआ है की इस दुनिया पर ऊपर वाले का रहमो करम बना रहे!Alpana Vermahttps://www.blogger.com/profile/08360043006024019346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-54571986596760474532009-01-30T15:13:00.000-05:002009-01-30T15:13:00.000-05:00जी राज भाई साहब, हमारे शहरोँ के तापमान और बर्फबारी...जी राज भाई साहब,<BR/> हमारे शहरोँ के तापमान और बर्फबारी एक सी होती हुई दीख रही है<BR/> है ना ? <BR/>आभार !<BR/>कविताओँ को पसँद करने के लिये ...<BR/>स्नेह, <BR/>- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-31195857196353611662009-01-30T14:49:00.000-05:002009-01-30T14:49:00.000-05:00लावण्यम् जी अरे आप ने तो लगता है हमारे यहां से सार...लावण्यम् जी अरे आप ने तो लगता है हमारे यहां से सारे चित्र खींच लिये है, इस वर्ष हमारे यहां ज्यादा वर्फ़ तो नही गिरी लेकिन पिछले दो साल नही गिरी इस लिये इतन्ही ही अच्छी लगी, लेकिन सर्दी बहुत हो गई है,<BR/>आप ने चित्र ओर चित्रो के साथ साथ कविता बहुत सुंदर लिखी है.<BR/>धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.com