tag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post7950544782474185767..comments2023-11-09T10:02:07.593-05:00Comments on लावण्यम्` ~अन्तर्मन्`: " काश ! मैँ भी बादलोँ को छू सकता ! "लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`http://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comBlogger25125tag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-17742621382448008562008-09-11T20:23:00.000-04:002008-09-11T20:23:00.000-04:00मीनाक्षी जी मेरी यात्राएँ आपके साथ शेर कर रही हूँ ...मीनाक्षी जी <BR/>मेरी यात्राएँ<BR/> आपके साथ शेर कर रही हूँ :)<BR/> शुक्रिया टीप्पणी का <BR/> स स्नेह,<BR/>-लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-18857820299896847222008-09-10T13:36:00.000-04:002008-09-10T13:36:00.000-04:00विज्ञान से जुड़ी जानकारी बहुत रोचक तरीके से दी आपने...विज्ञान से जुड़ी जानकारी बहुत रोचक तरीके से दी आपने... इससे पहली पोस्ट मे भी सरल तरीके से बढिया जानकारी दी है..मीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-35691217563877131472008-09-09T23:19:00.000-04:002008-09-09T23:19:00.000-04:00"लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` "इस हिन्दी ब्लोग को अगर आन..."लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` "<BR/>इस हिन्दी ब्लोग को <BR/>अगर आनेवाले समय मेँ <BR/>पढा जाये तब सारी मेहनत सफल होगी ! <BR/> मुझसे ऊम्र मेँ भले ही छोटे <BR/>मगर कला पारखी नज़रोँ मेँ बडे <BR/>मेरे सँजय भाई को <BR/>(दीव्य द्रष्टिवाले भाई को :-) <BR/>"मोटा बेन " का बहुत आभार !!<BR/>- इसी भाँति आशिष भी मिलता रहे आपका और स्नेह भी <BR/>तब सारा प्रयास सही रहेगा ~ <BR/>-लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-79322938081874552582008-09-08T22:22:00.000-04:002008-09-08T22:22:00.000-04:00ये दस्तावेज़ीकरण बहुत आवश्यक हो गया है.आने वाली नस...ये दस्तावेज़ीकरण बहुत आवश्यक हो गया है.आने वाली नस्लें आपकी इस पोस्ट को ढूँढ ढूँढ कर पढेंगी मोटाबेन.<BR/>अशेष शुभेच्छाएँ आपके इस सुकार्य के लिये.sanjay patelhttps://www.blogger.com/profile/08020352083312851052noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-64765135704568502002008-09-08T16:54:00.000-04:002008-09-08T16:54:00.000-04:00आप सभीने इस जानकारी को पसँद किया उसकी बहुत खुशी है...आप सभीने<BR/> इस जानकारी को पसँद किया <BR/>उसकी बहुत खुशी है - <BR/>अनेकोँ धन्यवाद !<BR/>- स स्नेह्,<BR/>लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-34372991696352318222008-09-08T16:23:00.000-04:002008-09-08T16:23:00.000-04:00लावण्या जी ऎसा भी जरुर होगा एक दिन आज कल के बच्चे...लावण्या जी ऎसा भी जरुर होगा एक दिन आज कल के बच्चे बहुत सपने देखते हे, ओर उन की हिम्मत की दाद भी देनी चाहिये , जो कुछ करना चाअते हे पहले ऎसे सपने ही देखते हे<BR/>धन्यवाद एक सुन्दर जान कारी के लियेराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-77776383906042439582008-09-08T14:20:00.000-04:002008-09-08T14:20:00.000-04:00वॉशिंगटन डीसी की एक म्यूज़ियम में ऐसे चित्र दिखे थे...वॉशिंगटन डीसी की एक म्यूज़ियम में ऐसे चित्र दिखे थे. कई सारे दस्तावेज और मॉडल भी. <BR/><BR/>अच्छी प्रस्तुति.Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-47154511049318716242008-09-08T12:15:00.000-04:002008-09-08T12:15:00.000-04:00लावण्याजी बेशक अति रोचक जानकारी | न जाने भविष्य मे...लावण्याजी <BR/>बेशक अति रोचक जानकारी | न जाने भविष्य में मानवका यह स्वप्न साकार भी हो सकता हैं |<BR/>एक और गीत याद आता है : पंख होते तो उड़ आती मैं ......<BR/><BR/>आभार |<BR/>हर्षद जांगला <BR/>एटलांटा युएसएHarshad Janglahttps://www.blogger.com/profile/00844983134116438245noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-78726309650074043442008-09-08T08:53:00.000-04:002008-09-08T08:53:00.000-04:00thx DI,..post munbhaayi....thx DI,..post munbhaayi....पारुल "पुखराज"https://www.blogger.com/profile/05288809810207602336noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-944236197697947912008-09-08T07:50:00.000-04:002008-09-08T07:50:00.000-04:00rokiye jaise bane in swapna walo koswarga ki hi oa...rokiye jaise bane in swapna walo ko<BR/>swarga ki hi oar badhte aa rahe hai ve<BR/><BR/>Panktiya.n chritarth ki...!कंचन सिंह चौहानhttps://www.blogger.com/profile/12391291933380719702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-6264142706258499492008-09-08T06:10:00.000-04:002008-09-08T06:10:00.000-04:00एक बिल्कुल ही अलग अनुभव हो रहा है इस उड़ान मे।शुक्...एक बिल्कुल ही अलग अनुभव हो रहा है इस उड़ान मे।<BR/><BR/>शुक्रिया।mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-10366796354364294832008-09-08T05:46:00.000-04:002008-09-08T05:46:00.000-04:00आपके यात्रा वृत्तांत से सैर की सैर और ज्ञान वर्धन ...आपके यात्रा वृत्तांत से सैर की सैर और ज्ञान वर्धन अलग से !<BR/>आपको पढ़ने में बहुत आनंद आता है ! बहुत धन्यवाद और <BR/>शुभकामनाएं !ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-25737736312728110962008-09-08T05:12:00.000-04:002008-09-08T05:12:00.000-04:00लवण्या जी, बहुत बढिया पस्तुति..लवण्या जी, बहुत बढिया पस्तुति..कामोद Kaamodhttps://www.blogger.com/profile/08736388435404634973noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-65175646671465692712008-09-08T04:07:00.000-04:002008-09-08T04:07:00.000-04:00बेहद उम्दा प्रस्तुति .....पिछले दिनों कुछ व्यस्त र...बेहद उम्दा प्रस्तुति .....पिछले दिनों कुछ व्यस्त रही है शायद ........आपकी लाइन चुरा ले जा रहा हूँ ...काश मै भी बादलो को छू सकताडॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-11988034715235093762008-09-08T02:07:00.000-04:002008-09-08T02:07:00.000-04:00लावण्या जी , आप की जो संस्मरण और यात्रा वृत्तांत ल...लावण्या जी , आप की जो संस्मरण और यात्रा वृत्तांत लिखने की शैली है वो मेरा जी चुरा ले जाती है......और लगता है कि सही अर्थ में हिन्दी साहित्य को योगदान दिया जा रहा है , अन्यथा काफ़ी ब्लॉगर सिर्फ़ अपनी भडास निकलते प्रतीत होते है......सस्नेह नमन ...स्वातिarthttps://www.blogger.com/profile/12939686404150553798noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-18035922132506563012008-09-07T23:28:00.000-04:002008-09-07T23:28:00.000-04:00बहुत बढ़िया लगा। आभार।बहुत बढ़िया लगा। आभार।जितेन्द़ भगतhttps://www.blogger.com/profile/05422231552073966726noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-81232367721439003622008-09-07T23:27:00.000-04:002008-09-07T23:27:00.000-04:00लावण्या जी,अच्छी और जानकारीपूर्ण पोस्ट! धन्यवाद!लावण्या जी,<BR/>अच्छी और जानकारीपूर्ण पोस्ट! <BR/>धन्यवाद!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-43892730070718998852008-09-07T23:13:00.000-04:002008-09-07T23:13:00.000-04:00इस तरह की पोस्ट्स के लिए बहुत आभार । आपके सैर के प...इस तरह की पोस्ट्स के लिए बहुत आभार । आपके सैर के प्रमाण देख कर हम भी आनन्दित हो लिए।सुजाताhttps://www.blogger.com/profile/12373406106529122059noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-37502511232507568032008-09-07T23:02:00.000-04:002008-09-07T23:02:00.000-04:00मन भी उड़ा इसको पढ़ कर ..बहुत अच्छा लगा इसको पढ़ कर श...मन भी उड़ा इसको पढ़ कर ..बहुत अच्छा लगा इसको पढ़ कर शुक्रिया लावण्या जीरंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-15650513567382842622008-09-07T22:07:00.000-04:002008-09-07T22:07:00.000-04:00फिर से एक बार इंन्सान के उड़ने के प्रारंभ की जानका...फिर से एक बार इंन्सान के उड़ने के प्रारंभ की जानकारी चित्र सहित प्राप्त कर अच्छा लगा। इसे हवा में तैरना भी कहा जा सकता है। अब तो बिना हवा के चलना (अंतरिक्ष में) भी सीख लिया है इंसान ने।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-10329778026647122962008-09-07T21:06:00.000-04:002008-09-07T21:06:00.000-04:00मन मयूर हो गया यह पढ़ देख कर। उत्साह से लिखना कोई आ...मन मयूर हो गया यह पढ़ देख कर। <BR/><BR/>उत्साह से लिखना कोई आप से सीखे!Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-51108304098656782942008-09-07T20:56:00.000-04:002008-09-07T20:56:00.000-04:00बहुत अच्छा। मजा आ गया। आपने तो घर बैठे ही सैर करा ...बहुत अच्छा। मजा आ गया। आपने तो घर बैठे ही सैर करा दियाSatyendra Prasad Srivastavahttps://www.blogger.com/profile/11602898198590454620noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-90194017726176580842008-09-07T19:13:00.000-04:002008-09-07T19:13:00.000-04:00शुक्रिया समीर भाई और अजित भाई ! समीर भाई आप कब आये...शुक्रिया समीर भाई और अजित भाई ! <BR/>समीर भाई आप कब आये और हमेँ मिले भी नहीँ ? ऐसा क्यूँ ?<BR/>अब ऐसा नहीँ करियेगा ! <BR/>- ok ? :)<BR/>How was Vegas ?<BR/>स स्नेह,<BR/>-लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-32660244410167270852008-09-07T17:48:00.000-04:002008-09-07T17:48:00.000-04:00लावण्या दी , चीज़ो को देखने - परखने और चुनने का आप...लावण्या दी , <BR/>चीज़ो को देखने - परखने और चुनने का आपका अंदाज़ बेहद सरल है। इस सरलता में ही मुझे निरालपन लगता है क्योंकि मैं ऐसी सहजता और सरलता से बात नहीं कह पाता। <BR/>अच्छी पोस्ट...अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-7882023921493097002008-09-07T17:38:00.000-04:002008-09-07T17:38:00.000-04:00आपने दो साल पहले की यादें ताजा करा दी, जब मैं वहाँ...आपने दो साल पहले की यादें ताजा करा दी, जब मैं वहाँ गया था. बहुत आभार.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com