tag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post9159955869793256807..comments2023-11-09T10:02:07.593-05:00Comments on लावण्यम्` ~अन्तर्मन्`: दीदी और पापालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`http://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comBlogger52125tag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-77623301977591553062018-05-23T13:04:27.279-04:002018-05-23T13:04:27.279-04:00लावण्या जी,
हृदय को छूने वाला प्रसंग। बहुत सुन्दर...लावण्या जी,<br /><br />हृदय को छूने वाला प्रसंग। बहुत सुन्दर। <br /><br />- सुभाष काक Unknownhttps://www.blogger.com/profile/13225322405838208164noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-15250583994626151972018-05-23T09:49:47.364-04:002018-05-23T09:49:47.364-04:00दस-बारह साल बीत गए जीजी ब्लॉगिंग करते हुए! ब्लॉगिं...दस-बारह साल बीत गए जीजी ब्लॉगिंग करते हुए! ब्लॉगिंग या चिट्ठाकारी का वह दौर कितना अच्छा था जब ज्यादातर मित्र संगीत/साहित्य/कला आदि पर लेख, विता/कहानियां लिखते और दूसरों की पोस्ट्स पढ़ने की प्रतीक्षा करते थे।<br />आज दस साल बाद भी इस पोस्ट ने एक बार फिर से आँखे नम कर दी।<br />कितनी सुन्दर पोस्टस है यह। आप ऐसे ही लिखतीं रहें और हम पढ़ते रहें।<br />बधाई, शुभकामनाएं और सादर प्रणाम।सागर नाहरhttps://www.blogger.com/profile/16373337058059710391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-21485656443692628242018-05-23T09:42:04.308-04:002018-05-23T09:42:04.308-04:00वक्त की कूंची कुशल चितेरी
उकेरती चलती मनभावन चित्र...वक्त की कूंची कुशल चितेरी<br />उकेरती चलती मनभावन चित्र<br />बहजाते कुछ लहरों पर तैरते <br />अंकित कुछ अंतर्मन आज भी <br />वैसे ही सजे-धजे...<br />तुम्हारी भावलहरियों में डूबना-उतराना अच्छा लगा लावण्या! पुण्य से ही ऐसी विभूतियों का साथ मिलता है, बहुत सौभाग्यशाली हो कि वह तुम्हें पिता और दीदी के रूप में मिले।<br />शैल अग्रवाल <br />http://www.lekhni.netshailhttps://www.blogger.com/profile/10685483677236346772noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-20533422481366213432018-05-23T09:14:56.924-04:002018-05-23T09:14:56.924-04:00*प्रेरक व्यक्तियों *प्रेरक व्यक्तियों Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-75781234898841383642018-05-23T09:13:53.912-04:002018-05-23T09:13:53.912-04:00गहन और भावपूर्ण। आपको ऐसे प्रेरणा पुरुषों का सानिध...गहन और भावपूर्ण। आपको ऐसे प्रेरणा पुरुषों का सानिध्य मिला, जीवन धन्य हुआ। आपकी रचनाधर्मिता उसी प्रेरणा का सुफल है। Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-58827168727202968282014-01-17T04:11:21.068-05:002014-01-17T04:11:21.068-05:00Lavanya Ma, Apka ye blog padh kar meri bhi aakhen ...Lavanya Ma, Apka ye blog padh kar meri bhi aakhen nam ho gayin.....what selfless attitude Pandit ji and Lata didi have.....at times the soul to soul connect is greater than the umblical chord connect.....Thank you for sharing such a beautiful relation but I am always hungry for more.....Love u...<br />Ritu Vermahttps://www.blogger.com/profile/10862606079986790125noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-5552354935259288542008-12-22T16:56:00.000-05:002008-12-22T16:56:00.000-05:00चि. अभिराम जीते रहो बेटे - खुश रहो - और आपकी टीप्प...चि. अभिराम<BR/> जीते रहो बेटे -<BR/> खुश रहो - <BR/>और आपकी टीप्पणी के लिये भी आभार स स्नेह आशिष सहित,<BR/>- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-44542300212566589632008-09-09T08:54:00.000-04:002008-09-09T08:54:00.000-04:00Respected Ammaji,Thanks a lot for sending me such ...Respected Ammaji,<BR/>Thanks a lot for sending me such valuable mail.<BR/><BR/>Thanks and regards,<BR/>AbhiramUnknownhttps://www.blogger.com/profile/17268050072775871480noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-87718871637065114902008-07-03T21:11:00.000-04:002008-07-03T21:11:00.000-04:00जी अवश्य मीनाक्षी जी स्नेह बनाये रखियेगा - लावण्या...जी अवश्य मीनाक्षी जी <BR/>स्नेह बनाये रखियेगा <BR/><BR/>- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-67533459208489864532008-07-03T19:52:00.000-04:002008-07-03T19:52:00.000-04:00आज सोच कर बैठी थी कि कुछ लिखूँगी लेकिन पढ़ने का मोह...आज सोच कर बैठी थी कि कुछ लिखूँगी लेकिन पढ़ने का मोह कहाँ छूटता है और ऐसा पढ़ना छूट जाता तो अफसोस होता... सच में पढ़ते पढ़ते आँखे नम है तो ज़रूर लिखते लिखते आपकी आँखे भी भीगी होगी... यादों के पल बाँटते रहिएगा...मीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-87747379819975546612008-07-02T23:30:00.000-04:002008-07-02T23:30:00.000-04:00Lavanyaji/SanjaybhaiI have read your comments/repl...Lavanyaji/Sanjaybhai<BR/>I have read your comments/reply again and again.I have got an unforgettable feelings after reading them. Wonderful,excellent..I can't find words.The word 'Sur-Chiraiya" has gone into my heart!Sanjaybhai, will you give some detailed meaning of this nice word?<BR/>Thanx to both of you again.<BR/><BR/>-Harshad Jangla<BR/>Atlanta, USAHarshad Janglahttps://www.blogger.com/profile/00844983134116438245noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-69924429507863926522008-07-02T20:18:00.000-04:002008-07-02T20:18:00.000-04:00एक गीत अक्सर दीदी गातीँ हैँ मराठी मेँ है - उसका अर...एक गीत अक्सर दीदी गातीँ हैँ मराठी मेँ है - उसका अर्थ है " हे पिता ! आपने अमरबेली लगाई थी ( सँगीत की ) जिसकी बेल आकाश तक जा पहुँची है , शब्द ढूँढने की कोश्श करुँगी - अकसर दूरदर्शन पे बजता था - वही गीत दीदी ने अपने पिताजी की यादोँ के लिये करुणा विगलित श्रध्धासे गाया है - उनको आजतक, उनके जाने का गम है ! पापाजी को आश आप मिल पाते ..आप का मन उनके प्रति सात्विक प्रेम से भर उठता ये पक्का विश्वास है, हर विषय के वे जानकार थे और धारा प्रवाह बोलते थे. व्यवहार मेँ कोयी छल कपट तो लेश मात्र भी नहीँ एकदम चोखा मन थाअ उनका - अगर किसीको कोई बात पसँद भी ना आये , वे हमेशा सच्ची और अच्छी बात पे ही जोर देते थे और किसीसे कुछ भी कहने से हिचकते न थे हाँ विनम्रता से और आत्मीयता से ही हर बात कही जाती थी - जिसका अपवाद हम भी नहीँ - पराये और अपने सब उनको एकसमान थे - सँजय भाई, आपने कितना अच्छा लिखा है पापा और दीदी के बारे मेँ - आप हमेशा बढिया और गँभीरता से लिखते हैँ परँतु,आज, मेरा मन गद्`गद्` हो गया -- वण्दना आँटी जी को भी लिन्क भेजा है - आपके सँगीत के खजाने से आनँद देते रहियेगा और हमेँ ज्ञान बाँटते रहियेगा <BR/>बहुत स्नेह के साथ,<BR/>-लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-91006957380634684012008-07-02T18:09:00.000-04:002008-07-02T18:09:00.000-04:00जीवन में सात्विकता किसे कहते हैं ये पापाजी जैसे मह...जीवन में सात्विकता किसे कहते हैं ये पापाजी जैसे महामानव के जीवन से ही सीखा और जाना जा सकता है.मैं कभी उनसे नहीं मिला लेकिन विविध भारती से बजती उनकी रचनाओं और यत्र तत्र उनके बारे में पढ़ता रहा तो लगता रहा कि ये व्यक्ति तो चलता फ़िरता आश्रम है.सादा तबियत,वैष्णव आचरण,अथक परिश्रमी और निर्विवाद रहने वाले पं.नरेन्द्र शर्मा जैसी शख़्सियत के घर में सुकंठी लता मंगेशकर का आना-जाना ...अहा कैसा दृष्य होता होगा वह ...जैसे शब्द रूपी तुलसी चौरे पर सुर का दीप जगमगा उठा हो.<BR/><BR/>मुझे लगता है तत्कालीन बॉम्बे और अब के मुम्बई में कवि प्रदीपजी और पं.नरेन्द्र शर्मा का परिवार वैसे ही थे जैसे मेरे शहर के आसपास बसे दो ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर(उज्जैन) और ओंकारेश्वर ...एक शिप्रा का घाट तो दूसरा नर्मदा का.<BR/><BR/>लता दीदी का संघर्ष तो जीजिविषा से भरा एक महाग्रंथ है...अनिल विश्वास जी जब लता मंगेशकर पुरस्कार लेने इन्दौर आए थे तब मुझे बताया था कि लता की तपस्या को उन्होंने अपनी आँख से देखा है.वह (लता दी)तक़रीबन आठ से दस कि.मी.पैदल चल कर उनके घर रिहर्सल के लिये आया करती थी और दादा गाने की धुन बता कर स्टुडियो चले जाते और तीन चार बजे तक आते तब तक निर्बाध गातीं रहतीं ...दादा कहते लता चल खाना बना लेते हैं..साथ मिल कर खाएंगे...तो लताजी कहतीं दादा वह तो मैने बना लिया...परोस दूँ आपके-मेरे लिये...बताइये तो लावण्याबेन आज ऐसे तपस्वी लोग मिलेंगे..मिलेगी ऐसी श्रध्दा ...ऐसा समर्पण...पं.दीनानाथ मंगेशकर की इस सोनचिरैया (या सुर चिरैया) ने अपने कुटुंब के लिये जो त्याग किया वह विलक्षण,अनुकरणीय और मार्मिक है.sanjay patelhttps://www.blogger.com/profile/08020352083312851052noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-62502497726454137792008-07-02T13:29:00.000-04:002008-07-02T13:29:00.000-04:00अशोक जी आप सही कह रहे हैँ - हमारी आगेवाली पीढी कित...अशोक जी आप सही कह रहे हैँ - हमारी आगेवाली पीढी कितनी महान है !<BR/>...शुक्रिया,आपकी टीप्पणी का <BR/> -लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-11933805405451078562008-07-02T13:24:00.000-04:002008-07-02T13:24:00.000-04:00Swati ji,Hindi Blog jagat mujhe apne parivaar sa h...Swati ji,<BR/>Hindi Blog jagat mujhe apne parivaar sa hee lagta hai - ees yatra mei shamil hone ke liye aapka bhee shukriya :)<BR/>sneh,<BR/>Lavanyaलावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-49458148778761359802008-07-02T13:22:00.000-04:002008-07-02T13:22:00.000-04:00Priy Kanchan, tumhe achcha laga uski mujhe bhee ba...Priy Kanchan, <BR/>tumhe achcha laga uski mujhe bhee bahut khushee hai - prerna leker hume jeevan ke raston pe aage badhte jana chahiye, yehi thik hai - bahut sneh ke sath,<BR/>Lavanyaलावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-61759206020684510752008-07-02T12:56:00.000-04:002008-07-02T12:56:00.000-04:00सचमुच ऐसे विलक्षण लोगों के जीवन से मानवता के महानत...सचमुच ऐसे विलक्षण लोगों के जीवन से मानवता के महानतम मू्ल्यों की सद्प्रेरणा मिलती है। यह सब पढ़ने के बाद हमारी भी आंखें नम हो आयीं। अब जो दुनिया सामने आ रही है, कहां देखने को मिलता है यह सब। पुराने दिनों, पुराने लोगों की बात ही कुछ और थी। इन प्रेरणादायक यादों का साझा करने के लिये हार्दिक आभार।Ashok Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/14682867703262882429noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-65575012279049247182008-07-02T11:01:00.000-04:002008-07-02T11:01:00.000-04:00is aalekh dwara aapne hame apni yaadon men shaamil...is aalekh dwara aapne hame apni yaadon men shaamil hone diya...bahut bahut shukriyaarthttps://www.blogger.com/profile/12939686404150553798noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-65091653759584164962008-07-02T08:56:00.000-04:002008-07-02T08:56:00.000-04:00शुक्रिया रँजू जी जी हाँ प्रयास जारी रहेगा - बहुत स...शुक्रिया रँजू जी<BR/> जी हाँ प्रयास जारी रहेगा - <BR/>बहुत स्नेह के साथ,<BR/> -लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-43239745488391262782008-07-02T08:52:00.000-04:002008-07-02T08:52:00.000-04:00मधुर यादे बांटी है आपने इस पोस्ट में लावण्या जी .य...मधुर यादे बांटी है आपने इस पोस्ट में लावण्या जी .यूँ ही बताती रहेरंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-63749844663123342292008-07-02T08:45:00.000-04:002008-07-02T08:45:00.000-04:00डाक्टर साहब, ( अमर भाई साहब ) कइयोँ ने कहा है कि म...डाक्टर साहब, <BR/>( अमर भाई साहब ) <BR/>कइयोँ ने कहा है कि मुझे सँस्मरण या आत्मकथा जैसा शीघ्र ही लिखना चाहीये ... अभी सारा याद है ! समय का सही उप्योग करना आवश्यक है और तब शायद मैँ ऐसा लिखने मेँ सफल हो पाऊँ !<BR/> ये ब्लोग भी एक ऐसा ही माध्यम बना है !<BR/> पर लिखते हुए बहुत समय लगता है - कई अशुध्धियाँ भी रह जातीँ हैँ कभी कम्प्युटर सुस्त पड जाता है -<BR/> फिर भी, कोशिश करुँगी -<BR/> स्नेह<BR/>-लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-69689233390100473252008-07-02T08:40:00.000-04:002008-07-02T08:40:00.000-04:00Haan, Parul, ab jo yaadon ki gathariya khulee hai,...Haan, Parul, ab jo yaadon ki gathariya khulee hai, to baatein niklengeen hee <BR/>bahut sneh sahit,<BR/>- lavanyaलावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-52094233307713666602008-07-02T08:39:00.000-04:002008-07-02T08:39:00.000-04:00डाक्टर आप पेशे से हैँ अनुराग भाई !पर, सँवेदना एक क...डाक्टर आप पेशे से हैँ अनुराग भाई !पर, सँवेदना एक कवि ह्र्दय सी पाई है !<BR/> इन्सान अव्वल दर्जे के हैँ जो आपकी हर पोस्ट से जाहीर है! :)<BR/> आप को ये बातेँ अवश्य अच्छी लगी ये जानती हूँ -<BR/> स्नेह<BR/>-लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-40431294789341432832008-07-02T08:37:00.000-04:002008-07-02T08:37:00.000-04:00सुजाता जी,हाँ भरसक प्रयास करुँगी! जो यादेँ हैँ उन्...सुजाता जी,<BR/>हाँ भरसक प्रयास करुँगी!<BR/> जो यादेँ हैँ उन्हेँ, शेर करुँ -<BR/>आप सब इतना प्रोत्साहन और प्यार देते हैँ तो मुझे भी प्रेरणा मिलती है<BR/>हौसला अफज़ाई के लिये बहुत बहुत शुक्रिया -<BR/>स्नेह<BR/>-लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-31565422241740855882008-07-02T08:34:00.000-04:002008-07-02T08:34:00.000-04:00Mehek ji,bahot bahot shukriya ..jo aapne eese pasa...Mehek ji,<BR/>bahot bahot shukriya ..jo aapne eese pasand kiya .<BR/>sa sneh,<BR/>lavanyaलावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.com