
जब गुड्डी जया भादुरी दुल्हन बनीँ अमिताभ बच्चन कीँ


आज्ञाकारी बेटी, आदर्श नँदा परिवार की बहु,
पुत्री नव्य नवेली + पुत्र अगत्स्य की मम्मी श्वेताम्बरा निखिल नँदा
सास भी कभी बहु थी ! ;-))
जया , श्वेता नँदा और ऐश्वर्या, अभिषेक के साथ, मँदिर मेँ पूजा करते हुए
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अरे ये ना समझेँ कि बस .


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अरे ये ना समझेँ कि बस .
..इतने फोटो दीखला दिये और बात खतम .
.किस्सा खतम , खाना हजम ..
..नहीँ जी ! :)
फिर लौटेँगेँ ...
कूछ सनहरी यादोँ के साथ ...
जैसा सुझाया है मेरी भाभी ,रजनी भार्गव जी ने
फिर लौटेँगेँ ...
कूछ सनहरी यादोँ के साथ ...
जैसा सुझाया है मेरी भाभी ,रजनी भार्गव जी ने
अभी हिन्दी ब्लोग ~~ जगत मेँ यादेँ बाँट लूँ ..
फिर , भविष्य मेँ मेरे सँस्मरणोँ की पुस्तक भी आ ही जायेगी इन्शाल्लाह ! :))
समय कितना तेज बदलता है?? है न??
ReplyDeleteआदरणीय मै'म,
ReplyDeleteयह प्रस्तुति भी लाजवाब रही…
यही तो चक्र है जीवन का गोल चक्र पुन: नवीनता दूसरे कदमों से आहट देने लग जाती है…।
सुनहरे पल.. अच्छा लगा
ReplyDeleteबढिया !
ReplyDeleteयप्प्प्प ...समीर भाई,
ReplyDeleteबहता पानी है, ये समय का दरिया :)
-- लावण्या
दीव्याभ,
ReplyDeleteआम्ख झपकते ही कली से फूल बन जाती है और उसी के फूल के मुर्झाते
नई कोँपल फूटती दीखलाई देती है ~ यही जीवन चक्र है !
-- लावण्या
शुक्रिया नीरज जी ...
ReplyDelete-- लावण्या
अरे वाह प्रत्यक्षा आज आईँ हैँ तो बडा अच्छा लगा ! :)
ReplyDelete-- लावण्या
लावन्या जी बहुत अच्छा लगा ये सब देख, पढ़कर !
ReplyDeletemam
ReplyDeletewhen you have some time on hands please do visit my blog and let me have your valuable feedback/comments
thanks http://mypoemsmyemotions.blogspot.com/
Lavanyaji
ReplyDeleteGreat collections!
Interesting episode too.
Rgds!
पहली तसवीर तो लाजवाब है ! शुक्रिया इन्हें बाँटने का लावण्या जी ।
ReplyDeleteभावना जी, आपका आगमन देखकर प्रसन्नता हुई
ReplyDeleteस ~~ स्नेह,
-- लावण्या
Harshad bhai,
ReplyDeleteThank you ~`
Rgds,
L
मनीष जी,
ReplyDeleteहाँ यह पारिवारीक तस्वीर सत्य के नजदीक है और शादी के बस कुछ ही पलोँ के बाद ली गई है.
स ~~स्नेह,
-- लावण्या
दीपाँजलि जी,
ReplyDeleteधन्यवाद
स ~~स्नेह,
-- लावण्या
रचना जी,
ReplyDeleteधन्यवादआपका ब्लोग भी देखा और अहुत खुशी हुई.
स ~~स्नेह,
-- लावण्या
क्या बात है। खूबसूरत झांकी है।
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