उमर एक बहती नदीया है जिसके बहाव में , इंसान, ख़ुद को बदला हुआ पाता है। साथ रह जातीं हैं यादें , इस जिंदगानी के सुहाने सफर की ...इंसान के अच्छे या बुरे कर्म , ज़माना , याद करता है और जीवन नदिया , बहती रहती है ..ऐसे ही , अविरल, छ्ल , छ्ल...कल कल, पल, पल ...ऊपर के चित्र में , तारिका शम्मी जी हैं , सुफेद साडी पहने, बीच में वहीदा जी हैं , गुलाबी जामुनी आभा लिए साडी पहने हैं और आशा पारेख हरी साडी में हैं।
इस चित्र में स्वर साम्राज्ञी सुश्री लता मंगेशकर जी अपनी बहन आशा जी का हाथ थाम कर चल रहीं हैं .. श्री.वहीदा जी व लता जी की जोड़ी ने , ऐसे अनमोल नगमे हिन्दी गीत जगत को दी हैं जोन हम सदा गुनगुनाते रहेंगें ....मेरे पसंदीदा गीत व नृत्य आज आपके लिए चुनकर , पेश कर रही हूँ !
सुनिए ...और अवश्य बताएं की, आपको ये गाने कैसे लगे ? गीत कई सारे हैं, पर, आज इतने ही
http://www.youtube.com/watch?v=2KEbAecACzc
सर्प नृत्य -- वहीदा रहमान
http://www.youtube.com/watch?v=5XlMuKPOZ0Q&feature=related
तेरे बचपन को जवानी की दुआ देती हूँ -- मुझे जीने दो से
http://www.youtube.com/watch?v=fDGpJ9F5eh4&feature=रेलातेद
रात भी है कुछ भीगी भीगी
http://www.youtube.com/watch?v=0LrOOvLfcQY&feature=रेलातेद
हमने देखी है इन आंखों की महकती खुशबु
http://www.youtube.com/watch?v=k6-uHRa8isY&feature=रेलातेद
बेकरार करके हमें यूँ न जाइए ~~ ये गीत हेमंत दा की सौगात है हम सब के लिए
पियानो पर वही धुन सुनिए ~~~
ahttp://www.youtube.com/watch?v=5kYlSqkS5cU&feature=related
बहुत बहुत शुक्रिया इस पोस्ट के लिए.
ReplyDeleteलावण्या जी, माफी चाहूंगा, 'हमने देखी है इन आंखों की महकती खुशबू' गाना वहीदा रहमान पर नहीं फिल्माया है। यह गीत गुजराती कलाकारा स्नेहलता पर फिल्माया गया है। मैंने इसके बारे में यहां लिखा है।
ReplyDeleteबहुत सुन्दर, इतना मधुर कि हाथ से छूने पर भी मलिन न हो - यह अहसास होता है।
ReplyDeleteपुराने गीत बहुत मधुर हैं। धन्यवाद।
तेरे बचपन को जवानी की दुआ देती हूँ..... सुनकर आँखें नम हो गईं ...! धन्यवाद
ReplyDeleteकई दिनों के बाद आज पहली बार ब्लॉगर की साईट खुली तो बिना समय बरबाद किए टिप्पणी देने चले आए...
ReplyDeleteकुछ गीत तो हमेशा दिल में बसे हैं..
धन्यवाद
बहुत सुंदर। मजा आ गया
ReplyDeleteUnmikt jim
ReplyDeleteजी आप की बात सर्वथा सही है ..जैसा इस यू ट्यूब से भी जाहीर है ..पर ना जाने क्यूं, ये गीत वहीदा जी के साथ ही संबधित हो ऐसा लगता है ...आपकी प्रविष्टी भी देखती हूँ ..आपकी बात रखने के लिए आभार ..स्नेह,
- लावण्या
'हमने देखी है इन आंखों की महकती खुशबू'कभी भी सुन सकती हूँ।बाकी गाने भी सुन कर बहुत अच्छा लगा। शुक्रिया लावण्या दी।
ReplyDeleteLavanyaji
ReplyDeleteNice links, great songs.
Thanx a lot.
भाई, इसे कहते हैं ओल्ड इस गोल्ड , मन के तार-तार झंकृत हो गए , बधाईयाँ इस पोस्ट के लिए!
ReplyDeleteसभी के प्रति स स्नेह ...धन्यवाद -
ReplyDeleteRgds,
L