
तुम काली हो ये फरीश्तों कि भूल है।
वो तिल लगा रहे थे कि स्याही बिख़र गयी।
अब मैं समझा तेरे गालों पर काले तिल का मतलब ,
दौलते हुस्न पर दरवान (watchman) बिठा रखा है ।
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बड़ी मुश्किल बाबा बड़ी मुश्किल , गोरे गोरे गलों पे है काला काला तिल ;-)
ये नृत्य, गीत देखिये
http://www.youtube.com/watch?v=6cQAUQc04f4
धन्यवाद इस काले तिल का राज बताने के लिये,गीत भी अति सुन्दर लगा, पहले तो सोचा कोई वैजयन्तीमाला का गीत होगा चित्र देख कर , लेकिन ध्यान से पढने पर तिल का राज खुला.
ReplyDeleteबढ़िया है:
ReplyDeleteइसे ऐसे कुछ सुना था:
अब समझा तेरे रुखसार पर तिल का मकसद
दौलते हुस्न पर दरबान बिठा रखा है......
-बस, याददाश्त में इस तरह बैठा है. :)
अब मैं समझा तेरे गालों पर काले तिल का मतलब ,
ReplyDeleteदौलते हुस्न पर दरवान बिठा रखा है
वाह क्या बात है !
राज जी, समीर भाई अभिषेक भाई , आप की बातेँ ध्यान से सुन रही हूँ -
ReplyDeleteटिप्पणी के लिये आप सभी का शुक्रिया -
-- लावण्या
तुम काली हो ये फरीश्तों कि भूल है।
ReplyDeleteवो तिल लगा रहे थे कि स्याही बिख़र गयी।
ham jaise logo khush karne ke liye shayar aise sher kabh kabhi likh hi dete hai.n