
जोग लिखी संजय पटेल की / श्रोता बिरादरी और http://surpeti.blogspot.com/ के सर्जक हैं वे !
और संजय भाई सुपुत्र हैं , आदरणीय श्री नरहरि पटेल जी के !!
जिनका जाल घर है , मालवी जाजम......बोलोगा तो बचेगी मालवी
जो कहते हैं , ( बहुत विनम्रता से ) ,
( नरहरी जी के शब्द )
" मालवा की सरज़मीन का एक साधारण बाशिंदा जिसे अपने मालवा से बेहद मोहब्बत है , मालवी लोक संस्कृति, संगीत, काव्य के साथ प्रसारण, रंगमंच, लेखन और सामाजिक हलचलों से जुडा हूं " ...सच ये है दोस्तों ,
एक असाधारण कला प्रेमी .......सज्जन पिताजी की संतान हैं संजय भाई !

ये लीजिये...फरारी कार के आकार की चोकलेट भी आ गयी !! :-))
शुध्ध शाकाहारी, केले के पत्ते पे सजा सुस्वादु भोजन भी तैयार है !!
आहा !! क्या कहने ...... छप्पन भोग हाज़िर हैं !! फरसान , मिष्ठान , चटनी, पापड, अचार, रायता, दाल, सब्जी , पूडी , श्रीखंड सभी है !! ॥
दावत में आप सभी शामिल हो जाइए और जोर से कहीये," आप जियो , हजारों साल, ओ संजय भाई और साल के दिन हों पचास हज़ार ..."
संजय भाई , आप मुझे आपकी बड़ी बहन कह कर बुलाते हैं !
आपका स्नेह , कुबूल करते हुए, आपकी " मोटी बेन " ( बड़ी बहन )
आपको अनेकों शुभकामनाएं और आशीर्वाद भेज रही है ॥
आज २२ सितम्बर के दिन, "लावण्यम` ~~ अंतर्मन` " जाल घर पर ,
आपकी सालगिरह का उत्सव है !!
~~ आप सभी , को सपरीवार, निमंत्रण है !! ..... आ रहे हैं ना आप सब ? :)
Enjoy the Celebrations Folks !!
& listen to these Ever green song ~~~
http://www।youtube.com/watch?v=L4dCwRVWjKc&feature=related
http://www.youtube.com/watch?v=LuHBt5FPedA
- लावण्या
संजय भाई को जन्मदिन की बधाई। इतनी लज्जतदार दावत सजाने के लिए आप का शुक्रिया। रोज ऐसी ही दावत सजाती रहें।
ReplyDeleteसंजय भाई को जन्मदिन की बधाई। अरे रुको सब मत खा लेना हम भी आ रहे हे, दावत खाने कॊ इतना सुन्दर चित्र जो दिखाया हे ओर वो भी खाने का तो मुंह मे पानी तो आयेगा ना, ओर आप सब को भी बहुत बहुत बधाई, ओर खुब खुशियां मनाओ
ReplyDeleteधन्यवाद
जन्मदिन की शुभकमनाएं संजय भाई. दावत बहुत शानदार है.
ReplyDeleteसंजय भाईजी जो जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनायें ।
ReplyDeleteबर्थडे बॉय संजय जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं.
ReplyDeleteलावण्या जी, आप भी बधाई की पात्र हैं इतने सुंदर आयोजन के लिए.
संजय भाई को जन्मदिन की बधाई।
ReplyDeleteजन्मदिन पर हार्दिक शुभकामनाएं संजय भाई.
ReplyDeleteसंजय जी को जन्मदिन की शुभकामनायें।
ReplyDeleteलावण्या दी आपका आभार नही तो हमें पता ही नही चलता संजय भाई तो हमें बताते नही :), संजय भाई की मैं क्या तारीफ करूँ, बहुत थोड़े समय में ही उनसे एक ऐसा सम्बन्ध बन गया है जैसे हम बरसों से एक दूजे को जानते हों. ईश्वर उन्हें बहुत लम्बी उम्र दें, और वो युहीं संगीत और भाषा की सेवा करते रहें. संजय भाई को बहुत बहुत बधाई
ReplyDeleteलावण्या दी आप मोटी बेन "और मै छोटी, :-) संजय भाई को जन्मदिन की खूब सुरीली बधाई
ReplyDeleteसंजय भाई को जन्मदिन की बधाई।
ReplyDeleteसंजय भाई को जन्म दिन की हार्दिक शुभकामनाएं !
ReplyDeleteदावत का मेनू देख कर तो आज नाश्ता भी ज्यादा
हो गया ! :) हमेशा की तरह एक अद्भुत स्टाइल !
धन्यवाद !
संजय जी को बहुत बधाई जन्म दिन की। और उसकी प्रस्तुति तो आपने बहुत मन से बहुत लाजवाब की है!
ReplyDeleteसंजय दा को जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई ..आपने तो बहुत अच्छी पार्टी है सजाई .शुक्रिया लावण्या जी
ReplyDeleteसंजय जी को जन्मदिन बहुत-बहुत मुबारक हो।
ReplyDeleteचॉकलेट मुझे बहुत पसंद है वो फरारी मेरे को बहुत पसंद आई। काश चख भी सकता। बहरहाल संजय जी को जन्मदिन की ढेरों बधाई।
ReplyDeleteसंजय भाई को जन्मदिन की बधाई।
ReplyDeleteसंजय जी को जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई...इस केक और फरारी में से हमें भी कुछ मिल सकता है क्या? :)
ReplyDeleteसंजय भाई को जन्मदिन की बधाई।.. दावत वाकई शानदार है..
ReplyDeleteकेक भी बढ़िया है पर केले के पत्ते वाला भोजन देखकर तो भूख भड़क उठी. संजय जी को जन्मदिन की बधाइयाँ.
ReplyDeleteशानदार पोस्ट.
संजय भाई जन्मदिन की बहुत बधाई और लावण्या जी का धन्यवाद ऐसी सुंदर दावत ब्लॉग पर सजाने के लिए।
ReplyDeleteसंजय भाई को वर्षगांठ पर सप्रेम शुभ कामनाएं ।
ReplyDeleteआप सभी के प्रेम के आगे नतमस्तक हूँ.
ReplyDeleteईश्वर का आशीर्वाद और आपकी दुआएँ मुझमें
विवेक बनाए रखे..ब्लॉग बिरादरी के रूप में मिला यह परिवार और प्रतिसाद...ज़िन्दगी की अनमोल अमानत है....एक ख़ास संयोग मेरे ब्लॉग पर आकर देखिये
संजयजी को बहुत-बहुत बधाई.
ReplyDeleteऔर पार्टी के बारे में तो बस लोभ हो गया... काश हमें भी कोई ऐसी पार्टी दे !
जल्दी से टिपिया के भागता हूँ... मुंह में पानी रुक ही नहीं रहा :-)
आपको जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाये .....अपना जन्मदिन छुपाया आपने.....केक का इंतज़ार रहेगा
ReplyDeleteaap donon ko janmdin ki hardik badhai.
ReplyDeletebahut hi lazeez vyanjan pesh kiye aapne
बधाई हो बधाई!!!!
ReplyDeleteलावण्या जी, आज तो आपका भी जन्मदिन है। संजय जी के साथ आपको भी जन्मदिन की बहुत-बहुत शुभकामनाएं।
ReplyDeleteअरे ..रे ...एक गडबड हो गई है सँजय भाई और साथियोँ ..मेरा जन्म दिन २२ नवम्बर को है
ReplyDeleteसितम्बर नहीँ ..चलिये ...आज सभी की बधाएयाँ स्वीकार करती हूँ ..
http://www.sahityakunj.net/LEKHAK/L/LavanyaShah/LavanyaShah_main.htm
ReplyDeletePlease see this Link --
लावण्या शाह
ReplyDeleteमेरा परिचय : मैं लावण्या, बम्बई महानगर मे पली बड़ी हुई - शोर शराबे से दूर, एक आश्रम जैसे पवित्र घर में, मेरे पापाजी, स्वर्गीय पं. नरेन्द्र शर्मा व श्रीमती सुशीला शर्मा की छत्रछाया में, पल कर बड़ा होने का सौभाग्य मिला।
मेरे पापाजी एक बुद्धिजीवी, कवि और दार्शिनिक रहे। मेरी अम्मा, हलदनकर इनस्टिटयूट में 4 साल चित्रकला सीखती रही। 1947 में उनका ब्याह हुआ और उन्होंने बम्बई मे घर बसा लिया।
मेरा जन्म 1950 नवम्बर की 22 तारीख को हुआ।
बार बार ये दिन आए,
ReplyDeleteबार बार ये दिल गाए,
तुम जियो हज़ारों साल,
ये मेरी है आरज़ू....
छोटे भाइयों पर दीदी का आशीर्वाद बस यूं ही बरसता रहे...इससे बढ़िया बर्थडे गिफ्ट और किसी को क्या चाहिए...ठीक कहा ना संजय भाई...
जय कन्हैया लाल की
हाथी घोड़ा पालकी
नंद के गोपाल की
और संजय लाल की..
कहा सुना माफ़,
-पंकज
संजयभाई के जन्मदिन पर सेंकडो बधाइयां | उनको तो हम सब प्यार करते ही हैं लेकिन उनके सभी ब्लोग्स को तो हम सर आँखों पर ले सकते हैं इतनी काबलियत से भरे वे ब्लोग्स हैं | लावण्या जी का भी धन्यवाद करते हुए मैं उन सभी टिप्पणीकारों की जिन्हों ने लावण्याजी के आज के ब्लॉग पर कुछ न कुछ लिखा है , उनको एक हार्दिक बिनती करता हूँ कि संजयभाई के ब्लॉग "श्रोताबिरादरी" को पढ़े जिस पर आजकल दीदी के जन्मदिन का उत्सव चल रहा है | यही उनके जन्मदिन की सच्ची शुभ कामना होगी |
ReplyDeleteफ़िर एक बार उनको जन्म दिन मुबारक |
-हर्षद जांगला
एटलांटा, युएसए
आज का जन्मदिवस का आयोजन एक लँबे अर्से तलक याद रहेगा !
ReplyDeleteEspecially for the Shakespearean "COMEDY Of ERRORS " ..which was an honest misunderstanding !
:-)
सँजय भाई ,का दिन बढिया गुजरा है ये जानती हूँ :)
आप सभी का यहाँ पधार कर पार्टी की शान मेँ चार चाँद लगाने के लिये
बहुत बहुत शुक्रिया !!
हिन्दी ब्लोग जगत मेँ यूँही पारिवारिक प्रेम बना रहे, इस आशा के साथ,
आज का कार्यक्रम यहीँ ..पूरा करते हैँ और आगे बढते हैँ ..
स्नेह सहित
( मोटा बेन की राम राम )
- लावण्या
लावण्याजी, हमें पता चल गया है आपका भी जन्मदिन उसी दिन है इसलिये आपको जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई, संजय भाई को बधाई उन्हीं के ब्लोग में दे दी है।
ReplyDeletehamaari or se bhi bahut badhayi.....
ReplyDeleteवाह लावण्या दी, आपने दावत का शानदार इंतजाम किया है। संजय जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं। आपको भी जन्मदिन की अग्रिम बधाई।
ReplyDeleteआपने परास का अर्थ पूछा था। दरअसल संस्कृत व हिन्दी का पलाश ही भोजपुरी का परास है। पलाश वृक्ष को ही टेसू (शायद इसके चटख टहकार रंग के कारण) और ढाक भी कहते हैं। भोजपुरी क्षेत्र के कुछ हिस्सों में खेती के आरंभ के अनुष्ठान - जिसे समहुत कहा जाता है - में पलाश वृक्ष की टहनी व पत्तियों की जरूरत पड़ती है।
अशोक जी, "परास " और "पलाश" एक ही है अब पता चला है ~~ स्वातिजी , आप दोनोँ का आभार !
ReplyDeleteतरुण भाई आपका भी आभार ! :)
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