

& another Cool Dude !
"Trick or Treat "
बर्ग वार्ता - Burgh Vaartaa अनुराग भाई ने Smart Indian - स्मार्ट इंडियन ने पुछा था ..."हाउ वास हल्लोवीन ?"
the Ans. is , " It was Good !! "
..आज नन्हे मुन्नों के लिए कविता हाज़िर है ..बड़े भी पढ़ें ...
अबोध का बोध पाठ
हैं छोटे छोटे हाथ मेरे छोटे छोटे पांव।
नन्हीं नन्हीं आंखें मेरी नन्हें नन्हें कान।
फिर भी हरदम चलता हूं
हाथों से करता काम।
रोज देखता सुंदर सपना सुनता सुंदर गान।
ऐ बडों हमारी सुनो प्रार्थना
तुम भी बच्चे बन जाओ।
छोडों झगडे और लडाई
अच्छे बच्चे बन जाओ।
_ लावण्या शाह जून 22 , 2000

the Ans. is , " It was Good !! "
..आज नन्हे मुन्नों के लिए कविता हाज़िर है ..बड़े भी पढ़ें ...
अबोध का बोध पाठ
हैं छोटे छोटे हाथ मेरे छोटे छोटे पांव।
नन्हीं नन्हीं आंखें मेरी नन्हें नन्हें कान।
फिर भी हरदम चलता हूं
हाथों से करता काम।
रोज देखता सुंदर सपना सुनता सुंदर गान।
ऐ बडों हमारी सुनो प्रार्थना
तुम भी बच्चे बन जाओ।
छोडों झगडे और लडाई
अच्छे बच्चे बन जाओ।
_ लावण्या शाह जून 22 , 2000
बहुत सुंदर चित्र और कविता. धन्यवाद! आपने हालोवीन का आनंद लिया, जानकर अच्छा लगा!
ReplyDeleteनोआ की तस्वीर के लिए शुक्रिया लावण्यादी...मगर अभी और...
ReplyDeleteकविता पसंद आई..
ये प्रार्थना तो बड़ों को भी करनी चाहिए ;
ReplyDeleteहे प्रभु सुनो प्रार्थना हमारी
हम भी बच्चे बन जायें
छोडें झगडा लडाई हम
हम भी बच्चे बन जायें
नन्ही कविता बहुत बड़ी निकली..
ReplyDeleteएक बड़ा सा काला टीका लगा दे हमारी ओर से ......!
ReplyDeleteहम लोग बड़ा-बड़ा लिखने के चक्कर में बाल-गीतों, कथाओं और बाल सुलभ बातों को तो भूल ही जाते हैं। आपने अच्छा याद दिलाया। और बहुत अच्छा लिखा भी।
ReplyDeleteआगे इस पक्ष को याद रखेंगे। अपने में जो बच्चा है, उसे अभिव्यक्ति देंगे।
pyaari bacchhey ki pyari post
ReplyDeleteCute ! Cute ! Cute !
ReplyDeleteबचपन कितना सुंदर होता है ! कभी हमारा भी था पर आज कहीं चूक गए हैं ! इस याद दिलाने के लिए बहुत धन्यवाद !
ReplyDeleteबहुत प्यारे बच्चे और प्यारी प्रार्थना
ReplyDeleteमासूम की मासूम के लिए मासूम सी कविता, बधाई .....
ReplyDeleteतस्वीरें बहुत मजेदार हैं// :)
ReplyDeleteकविता भी सुन्दर!
बहुत सुन्दर फोटो हैं । कविता भी बढ़िया है ।
ReplyDeleteघुघूती बासूती
pyare pyare noa ko khoob dher sara aashirvad..! us ke sar pe aap ka ashish bhara hath hai...kavita bahut pyari
ReplyDeleteइन चित्रों और कविता ने वाकई बचपन में पहुँचा दिया। बच्चे जब भी होते हैं साथ तो उन के साथ बच्चा बन खेलने को मन करता है।
ReplyDeletechitro or rachana ne man moh liya. nanhe munno ki baat ho to kisaka man khush nahi ho jata hai . bahut sundar acchi Abhivyakti. abhaar.
ReplyDeleteकविता और बच्चे दोनों खूबसूरत...नोहा को इश्वर बुरी नजर से बचाए और जिंदगी में हमेशा खुश रखे ...अनुराग भाई ने सच कहा एक काला टीका जरूर लगा दीजियेगा...
ReplyDeleteनीरज
bachchon ke in pyare bhole bhale chitron ko dekh man khush ho gaya
ReplyDeleteबहुत सुंदर चित्र, सुन्दर बच्चो के, अपने बच्चो का बचपन याद आ गया, सभी ्बच्चो को प्यार
ReplyDeleteबहुत ही क्यूट बेबी हैं और उनके फोटो भी उतने ही स्मार्ट तरीके से लिये गये हैं।
ReplyDelete