tag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post2138492556931115241..comments2023-11-09T10:02:07.593-05:00Comments on लावण्यम्` ~अन्तर्मन्`: अनुगूँज 22: हिन्दुस्तान अमरीका बन जाए तो कैसा होगा - पाँच बातें ( - लावण्या )लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`http://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-30854731498954884302007-08-09T17:26:00.000-04:002007-08-09T17:26:00.000-04:00शास्त्री जी ,हाँ हल्के अँदाज़ मेँ भी कई बार सँजीदा ...शास्त्री जी ,<BR/>हाँ हल्के अँदाज़ मेँ भी कई बार सँजीदा बातेँ कही जातीँ हैँ <BR/>मेरा भी कुछ ऐसा ही प्रयास था <BR/>शुक्रिया !<BR/> स-स्नेह -<BR/> लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-39435497851402478862007-08-09T17:25:00.000-04:002007-08-09T17:25:00.000-04:00दीव्याभ,आप मेरा लिखा सभी पढते हो और बहुत पोज़ीटीव र...दीव्याभ,<BR/>आप मेरा लिखा सभी पढते हो और बहुत पोज़ीटीव रीयेक्शन देते हो तो उत्साह बढता है -<BR/>शुक्रिया !<BR/> स-स्नेह <BR/>- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-39696148057710785502007-08-09T17:23:00.000-04:002007-08-09T17:23:00.000-04:00श्रीश जी, मेरा लिखा पढकर उसपर प्रतिक्रिया देने का ...श्रीश जी, <BR/>मेरा लिखा पढकर <BR/>उसपर प्रतिक्रिया देने का बहुत बहुत शुक्रिया<BR/> स-स्नेह <BR/>- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-55166505984403627552007-08-09T17:22:00.000-04:002007-08-09T17:22:00.000-04:00साँकृतायन जी आप ने ठीक कहा है, अफसोस की बात यही है...साँकृतायन जी <BR/>आप ने ठीक कहा है, अफसोस की बात यही है कि हम आधुनिकता की दौड मेँ अँधा अनुकरण कर के इसी रास्ते से आगे बढ रहेँ हैँ <BR/> --टिप्पणी का आभार !<BR/> स-स्नेह - लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-57385533673296552322007-08-09T17:19:00.000-04:002007-08-09T17:19:00.000-04:00परमजीत जी, ाअप को मेरी कल्पना की उडान अच्छी लगी चल...परमजीत जी, ाअप को मेरी कल्पना की उडान अच्छी लगी चलिये लिखना सफल रहा तब तो <BR/> --टिप्पणी का आभार !<BR/> स-स्नेह <BR/>- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-1408843893144333992007-08-09T17:18:00.000-04:002007-08-09T17:18:00.000-04:00प्रियँकर जी, सही कह रहेँ हैँ आप --टिप्पणी का आभार ...प्रियँकर जी, सही कह रहेँ हैँ आप --टिप्पणी का आभार !<BR/> स-स्नेह <BR/>- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-26578751528098136612007-08-09T17:17:00.000-04:002007-08-09T17:17:00.000-04:00समीर भाई, आपको "अम -भारत " की कल्पना पसँद आयी तो म...समीर भाई, आपको "अम -भारत " की कल्पना पसँद आयी तो मुझे खुशी हुई !<BR/>धन्यवाद सह,<BR/>-स्नेह - लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-60769961439308714282007-08-09T17:15:00.000-04:002007-08-09T17:15:00.000-04:00ममता जी ,शुक्रिया सस्नेह,-- लावण्याममता जी ,शुक्रिया <BR/>सस्नेह,<BR/>-- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-38701729326198451152007-08-07T12:24:00.000-04:002007-08-07T12:24:00.000-04:00आपने बहुत विश्लेषण करके लिखा है. मैं आपके निष्कषों...आपने बहुत विश्लेषण करके लिखा है. मैं आपके निष्कषों से सहमत हूं -- शास्त्री जे सी फिलिप<BR/><BR/>हिन्दी ही हिन्दुस्तान को एक सूत्र में पिरो सकती है<BR/>http://www.Sarathi.infoShastri JC Philiphttps://www.blogger.com/profile/00286463947468595377noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-33773658845268639192007-08-06T13:27:00.000-04:002007-08-06T13:27:00.000-04:00आदरणीय मै'म,बहुत शानदार पेशकश रही…कल्पना की उड़ान न...आदरणीय मै'म,<BR/>बहुत शानदार पेशकश रही…<BR/>कल्पना की उड़ान ने तो बहुत कुछ सिखलाया भी और जताया भी…।<BR/>एक बेहतरीन रचना !!!Divine Indiahttps://www.blogger.com/profile/14469712797997282405noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-57803377245872357182007-08-06T11:08:00.000-04:002007-08-06T11:08:00.000-04:00मजेदार कल्पना की उड़ान।मजेदार कल्पना की उड़ान।ePandithttps://www.blogger.com/profile/15264688244278112743noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-10260408823195858782007-08-06T09:18:00.000-04:002007-08-06T09:18:00.000-04:00दुर्भाग्य यह है कि हम उधर ही बढ रहे हैं.दुर्भाग्य यह है कि हम उधर ही बढ रहे हैं.इष्ट देव सांकृत्यायनhttps://www.blogger.com/profile/06412773574863134437noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-24508082720234148622007-08-06T09:00:00.000-04:002007-08-06T09:00:00.000-04:00बहुत बढिया!अच्छी कल्पना की उड़ान और विचार।बधाई।बहुत बढिया!अच्छी कल्पना की उड़ान और विचार।बधाई।परमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-22926934984654178182007-08-06T08:33:00.000-04:002007-08-06T08:33:00.000-04:00हमें किसी के जैसा नहीं बनना . हम जैसे भी हैं ठीक ह...हमें किसी के जैसा नहीं बनना . हम जैसे भी हैं ठीक हैं . और अगर बेहतर भी होना है तो अपने जीवन मूल्यों और ज़मीन के हिसाब से बेहतर होना है,किसी और की नकल में नहीं .Priyankarhttps://www.blogger.com/profile/13984252244243621337noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-40234692626301026312007-08-06T05:30:00.000-04:002007-08-06T05:30:00.000-04:00बहुत बेहतरीन रही यह कल्पना की उड़ान और अम-भारत की प...बहुत बेहतरीन रही यह कल्पना की उड़ान और अम-भारत की परिकल्पना. बधाई.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-67416593233632149182007-08-06T02:54:00.000-04:002007-08-06T02:54:00.000-04:00बहुत ख़ूब लिखा है।बहुत ख़ूब लिखा है।mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.com