tag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post3836376947978955379..comments2023-11-09T10:02:07.593-05:00Comments on लावण्यम्` ~अन्तर्मन्`: ईश्वर सत्य है ! आठवें विश्व हिन्दी सम्मेलन पर ...लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`http://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-71538983343144290642007-06-06T14:24:00.000-04:002007-06-06T14:24:00.000-04:00मनीष भाई,आपको पुरानी स्मृतियोँ के बारे मेँ मेरा लि...मनीष भाई,<BR/>आपको पुरानी स्मृतियोँ के बारे मेँ मेरा लिखा पसँद आया जानकर खुशी हुई -<BR/>आपके विचार सही हैँ कि भारत मेँ ही हिन्दी के प्रति सजगता नहीँ -- ठोस कदम आज के राजनीति के कुर्सीदारोँ से क्या रखेँ ? :-(<BR/>आम जनता की पहल जैसे "ब्लोग लेखन' ने नई दिशा सुझाई है -- और भी उपाय जरुरी हैँ<BR/>आपके ब्लोग पर गीतोँ के बारे मेँ पढकर इतना आनन्द आया कि क्या बतायेँ ?<BR/>बहुत अच्छ गीतोँ के बारे मेँ लिखा है आपने ~~ <BR/>शुभकामना सहित,<BR/>स स्नेह,<BR/>लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-25069945351625957502007-06-04T00:32:00.000-04:002007-06-04T00:32:00.000-04:00हिन्दी से जुड़ी पुरानी स्मृतियों को बाँटने का शुक्र...हिन्दी से जुड़ी पुरानी स्मृतियों को बाँटने का शुक्रिया ! विश्व हिदी सम्मेलन भाषा के प्रति अंतरराष्ट्रीय सजगता को बढ़ाते हैं पर ठोस परिवर्तन के लिए अपने देश में इस भाषा के प्रति पूर्ण सम्मान आना जरूरी है।Manish Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10739848141759842115noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-61759357545821568342007-06-03T17:47:00.000-04:002007-06-03T17:47:00.000-04:00परमजीत जी, बहुत बह्त आभार आपकी टिप्पणी के लिये -आप...परमजीत जी, बहुत बह्त आभार आपकी टिप्पणी के लिये -<BR/>आपको मेरा लेख पसँद आया - मुझे खुशी है - ~ स्नेह <BR/>लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-50341681674675273992007-06-02T12:50:00.000-04:002007-06-02T12:50:00.000-04:00आप के विचार बहुत प्रशंसनीय है।अच्छा लिखा है।आप के विचार बहुत प्रशंसनीय है।अच्छा लिखा है।परमजीत सिहँ बालीhttps://www.blogger.com/profile/01811121663402170102noreply@blogger.com