tag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post5855924909532642890..comments2023-11-09T10:02:07.593-05:00Comments on लावण्यम्` ~अन्तर्मन्`: गायत्री दीदी की यादेँ : "मनुष्य की माया और वृक्ष की छाया उसके साथ ही चली जाती है "लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`http://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-91599100433458935142014-09-09T12:37:11.559-04:002014-09-09T12:37:11.559-04:00 ये यादें मन की दहलीज़ पर अखंड दीये सी जलती हैं ये यादें मन की दहलीज़ पर अखंड दीये सी जलती हैं रश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-60736195695557744372014-09-09T00:49:51.388-04:002014-09-09T00:49:51.388-04:00लावण्यजी, पढ़ा और शब्द जैसे गुम गए, बहुत मर्मस्पर्...लावण्यजी, पढ़ा और शब्द जैसे गुम गए, बहुत मर्मस्पर्शी संस्मरण था... धन्यवादNareshhttps://www.blogger.com/profile/17631995597692040605noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-62878358092602550652007-09-26T14:59:00.000-04:002007-09-26T14:59:00.000-04:00Harshad bhai,Haan Badee = Moti to thayee j gayee c...Harshad bhai,<BR/>Haan Badee = Moti to thayee j gayee choon :)<BR/>Rgds,<BR/>Lलावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-76882552770340852842007-09-26T14:58:00.000-04:002007-09-26T14:58:00.000-04:00सँजय भाई,आपके भावपूर्ण विचार पढकर मन मेँ सौहार्द्र...सँजय भाई,<BR/>आपके भावपूर्ण विचार पढकर मन मेँ सौहार्द्र के भाव छा गये.<BR/>बहुत बहुत धन्यवाद आपकी टिपणीयोँ के लिये.<BR/>अम्मा वास्तव मेँ सादगी और सुँदरता की अप्रतिम नारी छवि थीँ <BR/>जिसने भी उन्हेँ देखा था, कभी भूल न पाया.वे लोग सारे ,<BR/> ईश्वर के सात्विक गुणोँ के प्रतिबिम्ब समान ही थे. <BR/>स ~~स्नेह,<BR/>-- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-36455027282638801292007-09-17T18:16:00.000-04:002007-09-17T18:16:00.000-04:00LavanyajiTouching article!Your childhood picture i...Lavanyaji<BR/>Touching article!<BR/>Your childhood picture is very cute. Fark to lagta hai kal aur aajme, aap thodi Moti jo dikh rahi hain!!!!!!LOLHarshad Janglahttps://www.blogger.com/profile/00844983134116438245noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-1354856029332244612007-09-17T10:22:00.000-04:002007-09-17T10:22:00.000-04:00लावण्या बेन...जय गणेश.बचपन कितना पवित्र होता है यह...लावण्या बेन...जय गणेश.<BR/>बचपन कितना पवित्र होता है यह आपकी तस्वीर देख कर सहज ही समझा जा सकता है. पवित्र बिरवों के पात भी तो पवित्र होते हैं न. बच्चन जी और लता दीदी के पास सुदर्शन व्यक्तित्व वालीं अम्मा श्वेत श्याम चित्र में भी जगमग लग रहीं हैं . कैसा सादा ज़माना था और कैसे खरे लोगे थे.अब तो सब खारा खारा ही रह गया है...मिज़ाज की मिठास ही जैसे जाती रही है.sanjay patelhttps://www.blogger.com/profile/08020352083312851052noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-86303777852228099502007-09-17T07:23:00.000-04:002007-09-17T07:23:00.000-04:00दीव्याभ,करुणा मेँ भी अपनत्व का अहसास रहता है.आत्मी...दीव्याभ,<BR/>करुणा मेँ भी अपनत्व का अहसास रहता है.आत्मीयता से ही तो हम मनुष्य <BR/>एक दूजे के साथ बँध पाते हैँ परँतु जो चले जाते हैँ उन्हेँ यादोँ मेँ सँजोना भी<BR/>बहुत कठिन / मधुर चक्र है ~~~ <BR/>आपका भविष्य उज्वल एवँ सुखी हो ये मेरी प्रार्थना है <BR/>-- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-14504109501552505072007-09-17T02:52:00.000-04:002007-09-17T02:52:00.000-04:00आदरणीय मै'म,आपकी तस्वीर बहुत ही Cute है…आपके संस्म...आदरणीय मै'म,<BR/>आपकी तस्वीर बहुत ही Cute है…<BR/>आपके संस्मरण सदा ही बड़े करूणामय होते हैं कई सारी बाते जो हमारे जीवन में अभी आती दिख रही हैं वह इन लेखों में पहले ही आ जाता है…।Divine Indiahttps://www.blogger.com/profile/14469712797997282405noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-72530586396348231572007-09-16T20:57:00.000-04:002007-09-16T20:57:00.000-04:00समीर भाई ,आपका इतना कहना (मेरी सारी टाइपीँग की गल...समीर भाई ,<BR/>आपका इतना कहना (मेरी सारी टाइपीँग की गलतियोँ के साथ भी :-)<BR/>मुझे सँतोष से भर गया कि आपको मेरा लिखा पसँद आ रहा है ~~<BR/>और मेरे बचपन का चित्र भी !<BR/> (कोई फर्क लग रहा है क्या,<BR/> आज और कल मेँ ? ;-)<BR/>बहुत स्नेह के साथ <BR/> -- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-90057930091625448132007-09-16T20:53:00.000-04:002007-09-16T20:53:00.000-04:00रजनी भाभी जी, आपके सुखाव पर अमल करने का पक्का इराद...रजनी भाभी जी, आपके सुखाव पर अमल करने का पक्का इरादा है मेरा !<BR/>बस्स देखना यही है कि कब यादोँ को समेटूँगी और एक विविध रँग के फूलोँ से सजा गुल्दस्ता पेश कर पाऊँगी !<BR/>काश ...ईश्वर मुझे ये मकाम हासिल करने देँ तो आभारी रहुँगी...<BR/>उनकी असीम अनुकँपा और आप जैसे स्नेही स्वजनोँ के स्नेह के प्रति <BR/>मेरी आस्था द्रढतर होगी.<BR/>स्नेह के साथ,<BR/>-- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-46918415167234281432007-09-16T20:42:00.000-04:002007-09-16T20:42:00.000-04:00आपकी यादों के सफर में साथ बहने का असीम आनन्द आ रहा...आपकी यादों के सफर में साथ बहने का असीम आनन्द आ रहा है. बहुत अच्छा लगा. आपके बचपन का चित्र भी बहुत अच्छा है. :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4559075607109953498.post-56791596843033634712007-09-16T16:36:00.000-04:002007-09-16T16:36:00.000-04:00लावण्य दी आपके पास अनमोल यादों का इतना साराखज़ाना ह...लावण्य दी आपके पास अनमोल यादों का इतना सारा<BR/>खज़ाना है, इसे एक किताब में सहेज दीजिए.रजनी भार्गवhttps://www.blogger.com/profile/08154642819162396396noreply@blogger.com