Monday, February 4, 2008

"लाराज़ थीम " : डाक्टर जीवागो से + डॉ.नो-- होलीवुड़ से

अब सुनिए ये धुन : ~~और पहचानिए ज़रा, किस किरदार पर इसे फिल्माया गया है ?
http://music.barnesandnoble.com/search/mediaplayer.asp?ean=826663976458&disc=1&track=7
हां....ये हैं विश्व के सबसे प्रख्यात, गुनेह्गारों को पकड़ने में जिनकी महारत है वैसे खुफिया एजेंट श्रीमान ००७ याने के, 007 'डबल ओ सेवेन माने जेम्स बोंड की फिल्म का शुरुआती संगीत , इस संगीत के चलते ही आप , बंदूक, रहस्य, खुफ़िया गातिविधियां, विभिन्न सरकारों के जालसाजी के गोरखधंधे, crime, एस्पिओनाज
दुनियाभर पर राज करने के मनसूबे लिए, शक्तिशाली, खलनायक, विष , सोना, अस्त्र, हिंसक पशु से भीन्ड़्त के सनसनीखेज कारनामों की रोमांचक दुनिया में कदम रखते हैं जहां ,
कौभांड , सुनियोजित प्लान के जिससे , पूरे विश्व की तबाही हो जाये ऐसे मनसूबे लिए, खतरनाक और शक्तिशाली मुजरिम , जिन्हें ये , ब्रिटीश खुफिया एजेंट जेम्स बोंड , समय रहते नाकामयाब कर देते हैं उस की कथा ," इयान फ़्लेमींग " ने लिखी -- और ब्रितानी सर्वोच्च सुरक्षा संस्था एम. के के अंतर्गत , इस जासूसों के बादशाह को काम करते दीखालाया -- फिल्म के जरिये कई दील दहलाने वाले, द्रश्यो में, तीव्र गति से चलती उजागर होती कथा आप देखते हैं आज तक , जेम्स बोंड की फिल्मों ने , अटूट धन सम्पति का इजाफा किया है


इस तरह का प्रमुख संगीत एक पूरी फिल्म की पहचान बन जाती है और चित्रपट के द्रश्य, संगीत, कलाकारों का अभिनय इत्यादी , दर्शकों के मन पर बरसों तक छाए रहतें है ! क्या आप को ऐसी "मुख्य धुन " लिए कोइ हिन्दी फिल्म याद आ रही हैं ?
जहां कहीं भी ये धुन बजी नहीं के आपको फिल्म , उसके पात्र, कथा , सीनेमोटोग्रफी , कहानी के घुमावदार मोड़ , आपने कब और किस सिनेमा होल में ये फिल्म देखी थी,
कौन था साथ, ? आप की उम्र क्या थी ? आप शादी शुदा थे या कुंवारे थे ?
ये सारी बातें याद आ जातीं हैं इतनी सशक्त होतीं हैं ये शीर्ष धुन !

ये जो लिंक आप के लिए , ऊपर दी है उसे सुनिए .......... कुछ याद आया ?

ये होलीवुड की रशियन परिद्रश्य पे बनी अमरीकी फिल्म है ..चित्रण इतना प्रभावशाली है के देखते समय आप महसूस करेंगें मानो आप रशिया पहुंच गए हैं ...
ये लेख़क बोरिस पेस्तार्नाक की कहानी है
डाक्टर जीवागो
की जीवनी पर बनी फिल्म की मुख्य धुन है !
होलीवुड की फिल्मों की ऐसी कई धुनों में , ये सबसे प्रिय धुन है मेरी !

...ये मेरा मानना है और भी कई लोगों की ये चहेती धुन है।
इसे "लाराज़ थीम " कहा जाता है --

- हाल ही में, फिल्म की नायिका जुली क्रीस्टी ने भारत आ कर उनकी
साल६६ की उम्र में , पहली बार एक पत्रकार से शादी की --
लारा को, इस धुन को, और जुली को लारा के रूप में , हमेशा याद रखा जाएगा।
डाक्टर जीवागो इजिप्ट देश के ओमर शरीफ नायक बने थे। ये एक प्रेम कथा है - रशिया में बोल्शेवीक क्रांति के समय, कई अमीर घरानों के , लोग विस्थापित हुए थे। ऐसे ही समय के और इतिहास के चलते चक्रों के बीच, लारा और जीवागो, कई बार मिलते रहे और अलग होते रहे ...फिल्म के अन्तिम द्रश्य में, लारा बस में बैठ कर चली जाती है और रास्ते पर खडे डाक्टर जीवागो, उसे पुकार भी नहीं पाते ..भावावेश में उनका स्वर रुंध जाता है -

जब जब उन्हें लारा की याद आती है और उनके प्रेम की, तब तब, ये धुन बजती रहती है पार्श्व में.... जो उनके विरह को सजीव , साकार करने में सफल हुई है।
....फिल्म देख पायें तब चुकियेगा नहीं ...ये एक ऐसी चित्र कथा है जिसको मूल कहानी के करीब रखकर , बनाने में , सफलता मिली है।

14 comments:

Gyan Dutt Pandey said...

फिल्मों के बारे में मुझ लगभग जानकारी शून्य को यह पोस्ट काफी काम की लगी। बहुत धन्यवाद।

उन्मुक्त said...

लावण्या जी मज़ा आ गया। बचपन की कितनी यादें वापस आयीं - धन्यवाद। वहां जां कर देखा तो कर्नल बोगी - ब्रिज़ ऑन रिवर क्वेए भी है।

Pratyaksha said...

बहुत बढ़िया पोस्ट । कुछ और पुराने गाने मिल गये वहाँ ..कर्नल बूगी और ब्रिज ओवर रिवर क्वाई । बहुत मज़ा आया ।

Harshad Jangla said...

Interesting post, enjoyed it.

mamta said...

अच्छी और रोचक पोस्ट !

VIMAL VERMA said...

अच्छी पोस्ट,इसी बहाने अपनी भी बहुत सी बातें याद आ गईं,मज़ा आ गया,ऐसी पोस्ट पढ़ने का अपना अलग ही मज़ा है,जो सीधे सीधे दील से बात करती है... शुक्रिया

रजनी भार्गव said...

कितनों दिनों बाद..सुना है ये सब.पढ़ कर और सुन कर बहुत अच्छा लगा.

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

ज्ञान जी,
ताज्जुब है !!
क्या आप फिल्मेँ नहीँ देखते ? या पसण्द नही करते ?
कि समय नही मिलता ?
स्नेह,
-लावण्या

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

उन्मुक्त जी,
आपकी एक पोस्ट मेँ आपने लिखा था कि आप की माँ भी फिल्मोण की शौकीन थीँ
ऐसा मुझे याद आ रहा है -
- कयी सारी यादेँ, बचपन की ऐक सी ही हैँ जिन्हेँ सम्जोये हम बडे हुए हैँ -
I'm glad that you enjoyed this post as much as I did when I wrote it !
There are many Gems on that site --
Another Fav. of mine is the Title Music of "STING" -- what a master piece of a comedy it is !! :-))
स्नेह सहित,
-लावण्या

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

प्रत्यक्षा,
तुम्हेँ यहाँ देखकर खुशी हो रही है :)
अगर साथ देने का वादा करो,
तो यँ ही मस्त बातेँ सुनाते रहेँगेँ --
i will at least TRY my best shot --
thank you for your comment bout this post on your BLOG also --
Much appreciated dear.
स्नेह सहित,
-लावण्या

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

Harshad bhai,
I'm glad, U enjoyed it !
We do like lots of diff. MUSIC
even if it is not by DIDI :)
Rgds,
L

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

ममता जी,
मेरी प्रविष्टी पसँद करने के लिये शुक्रिया --

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

विमल जी
मेरी प्रविष्टी पसँद करने के लिये शुक्रिया --
i tried to post diff. things,
some thing which i like
usually it is straight talk
आप की टिप्पणी के लिये आभार !

स्नेह सहित,
-लावण्या

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

अरे
आज तो हमारी रजनी भाभी भी आयीँ हैँ
हमारे जाल घर पर ! :)
खुशी हुई कि आपको ये लिन्क्स से
पुराने पल याद आये -
then my effort is justified !
स्नेह सहित,
-लावण्या