Sunday, June 8, 2008

एक पिता का प्यार - जीम क्रोची

जीम क्रोची -- जन्म: जनवरी:१०: १९४३

गीत के गायक ने इस गीत को लिखा भी है - नाम था जीम क्रोची ! फीलाडेल्फीया , पेन्स्लवेनीया प्राँत के ग्रामीण, खेतीबाडी से जुडे इलाके मेँ जीम का शैशव बीता था। वे , वीलानोवा कालिज से १९६५ मेँ पास हुए जहाँ वो डीस्क जोकी भी थे और अपनी पत्नी इन्ग्रीड से फीलाडेल्फीया शहर मेँ जीम की मुलाकात हुई और किस्मत आज्माने वे न्यू योर्क भी गये और साथ काम किया।

३००,००० मील कार मेँ घूमते हुए कयी ठिकानोँ पे जैसे कोलिज या छोटे क्लबों मेँ गाने गाये और अपनी कला को निखारते रहे जीम क्रोची ...........बडे शहरोँ की चमक अब जीम के लिये फीकी पड गयी थी !

उसे अपना साज सामन बेचना पडा । तब वे लोग, सिर्फ एक गिटार के अलावा सभी कुछ बेच कर दोबारा पेन्स्लवेनिया आ गये सँगीत गीत लेखन के प्रति रुझान ने जीम को कयी तरह के काम करवाये। कभी बढई का काम किया तो कभी और कुछ. ...

१९७० मेँ मोरी मुल्हाउज़र जो सँगीत सीखे हुए थे और गिटार्, पियानो के साथ गीत लेखक थे उससे, मुलाकात होने के बाद १९७२ मेँ उनके साथ रचे एक गीत की २ लाख प्रतियाँ बिक गयीँ और सफलता समीप आ रही हो ऐसा लगा। फ़िर रेकार्ड बानाने का कोन्ट्रेक्ट भी साइन किया -

१९७३ मेँ ३० वर्षीय जीम क्रोची और २४ वर्ष के मोरी सितम्बर की २० तारीख को, तीसरी आल्बम की रीलीज़ के लिये निकले - लुईज़ीयाना के दक्षीणी प्राँत से टेक्सास के लिये छोटे हवाई जहाज से यात्रा करने की उडान भरी ही थी कि, हवाई जहाज जो अखरोट के घने पेडोँ के उपर सेबस टेक ओफ करने ही वाला था कि, बजाय उपर जाने के, धडाम से जमीन पे जा गिरा ...... .मोरी, जीम और जोर्ज जो विदूषक था और शो की शुरुआत करता था वे तीनोँ और विमान चालक पायलट जिसका नाम रोबर्ट था - कुल मिलाके चार लोग उसी क्षण मौते के हवाले हो गये !

...बाद मेँ पता चला कि, रोबर्ट को ३ मील दौड लगाकर विमान तक आना पडा था और उसका ह्र्दय पहले से ही कमजोर था, विमान उडाने के काम मेँ देरी ना हो जाये इस भय से, और दूसरी कोयी सवारी न मिलने पे रोबर्ट ने ३ मील की दौड लगायी थी जिससे उसका ह्र्दय कमजोर तो था ही, तत्काल , मेसीव हार्ट एटेक का शिकार हो गया और पायलट की गल्ती के कारण हुई इस विमान दुर्घटना मेँ, जीम की मृत्यु हो गयी !

-- ये गीत एक पिता का प्यार दर्शाता है - शब्द सरल हैँ - धुन सुकुन देती हुई -- यादेँ बेमिसाल - अमरीका, भारत हो या ईरान या ईराक या न्युज़ीलैन्ड --

गीत के बोल हर कौम के पिता के मन की पीडा बयान करते हैँ ...
http://www.youtube.com/watch?v=ILf-54Smv9M
If I could save time in a bottle

The first thing that Id like to do Is to save every day

Till eternity passes away

Just to spend them with you

If I could make days last forever

If words could make wishes come true

Id save every day like a treasure and then,

Again, I would spend them with you

But there never seems to be enough time

To do the things you want to do

Once you find themIve looked around enough

to know That youre the one I want to go

Through time with If I had a box just for wishes

And dreams that had never come true

The box would be empty Except for the memory

Of how they were answered by you

But there never seems to be enough time

To do the things you want to do

Once you find them Ive looked around enough

to know That youre the one I want to go Through time with



12 comments:

Gyan Dutt Pandey said...

If I could save time in a bottle/The first thing that Id like to do Is to save every day/Till eternity passes away/Just to spend them with you/
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यह टची पोस्ट पढ़ी। सवेरे सवेरे मेरी पत्नी पास सो रही हैं। जीवन की आपाधापी में उनके के प्रति लगाव इस गीत की इन पंक्तियों जैसा भाव दे रहा है।

Udan Tashtari said...

बहुत बढ़िया पोस्ट. आभार.

mehek said...

thats very emotional and senti post,dil ko chu liya,har lafz ne.

डॉ .अनुराग said...

शुक्रिया बहुत छोटा शब्द है ....इस गीत को देने के लिए ...मैंने संजो कर रख लिया है.....

mamta said...

बहुत सुंदर और दिल को छूता हुआ संगीत।
एक-एक शब्द गहरा और अर्थपूर्ण।
जीम क्रोची के बारे मे बताने का शुक्रिया।

रंजू भाटिया said...

बहुत भावुक कर देने वाली पोस्ट लिखी है यह शुक्रिया

Abhishek Ojha said...

धन्यवाद इस खूबसूरत पंक्तियों के लिए.

दिनेशराय द्विवेदी said...

बहुत, मीठा और जीवन भरा गीत। कानों में मन में बहुत सी मिठास घोल रहा है। इस के रचियता और गायक के बारे में जाना, और जाना उस पायलट के बारे में भी जो कर्तव्य परायणता पर बलिदान हो गया।
बस ऐसी ही जानकारियाँ देती रहें अपने चिट्ठे पर।

कुश said...

कितनी बढ़िया पोस्ट है ये.. हार्दिक आभार आपका

Manish Kumar said...

बेहतरीन प्रस्तुति..ये गीत बाँटने के लिए आभार

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

You give me honor by mentioning about your
feelings towards your
wife Gyan Bhai sahab.
The words r same. For the most intimate relationships of our lives. May it be for children or a spouse.
Rgds,
l

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

समीर भाई,महेक जी,रँजू जी,अनुराग भाई,ममता जी,अभिषेक जी, दिनेश भाई जी,कुश भाई,मनीष भाई
Thank you soooo much for liking one of my Fav. songstoo.
I get sentimental whenever I reapeatedly listen to this song.
my son in law Brian introduced me to Jim Croce & his music.
Rgds,
L