Thursday, October 18, 2007

लौ लगाती गीत गाती, दीप हूँ मैँ, प्रीत बाती

शुभ : हल्दी / लाभ : कुमकुम
लौ लगाती गीत गाती,
दीप हूँ मैँ, प्रीत बाती
नयनोँ की कामना,
प्राणोँ की भावना.
पूजा की ज्योति बन कर,
चरणोँ मेँ मुस्कुराती
आशा की पाँखुरी,
श्वासोँ की बाँसुरी ,
थाली ह्र्दय की ले,
नित आरती सजाती
कुमकुम प्रसाद है,
प्रभू धन्यवाद है
हर घर में हर सुहागन,
मँगल रहे मनाती
सँगीत : स्व. श्री सुधीर फडके
स्वर: लता मँगेशकर
कविता: स्व.पँ.नरेन्द्र शर्मा
फिल्म: भाभी की चूडियाँ
नायिका: स्व. मीना कुमारी

10 comments:

Udan Tashtari said...

अच्छी प्रस्तुति. आभार.

Harshad Jangla said...

Lavanyaji
How meanigful words.Nice poetry.
Tehina Divasa Gata!
Now we don't find such songs in our films.
Dhanyavaad.

Manish Kumar said...

शुक्रिया इस प्रस्तुति के लिए !

पंकज सुबीर said...

दीदी साहिब आपका पोस्‍ट कभी कभी आता है पर वो उतना ही सुरीला होता है जितना कि कभी कभी आया हुआ लता जी का गीत । अभी सादगी में उनको सुना आश्‍चर्य जनक आवाज़ ने पुन: चमत्‍कृत कर दिया । मगर ये भी सच है कि अब कहां पंडित नरेंद्र शर्मा जी और पंडित भरत व्‍यास से कवि जिनके गीत लता जी की आवाज का परस पाकर मधुधार हो जाया करते थे । हां इन दिनों सांवरिया फिल्‍म के गीत सुने और अच्‍छे भी लगे बहुत दिनों बाद किसी फिल्‍म के गीत अच्‍छे लगे हां ये बात तो हैं कि लता जी की आवाज़ को उसमें तलाशता रहा । मैं अपने जीवन में एक बार लता जी से मिलना अवश्‍य चाहता हूं देखें कब अवसर मिलता है ।1

Naresh said...

Thanks Lavanya Ji for posting lyrics of this great song.

What soulful lyrics; something that can only be expected from the poets of the stature of Pandit Ji.

And what can one say about Lata Ji's singing and Babu Ji's compostion. The whole experience is nothing short of celestial. I am virtually under the spell of this song since I listened to it a few weeks back. I bow my head in reverance to all those who created this beautiful melody.

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

शुक्रिया समीर भाई :)

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

Harshad bhai,
We do get some Gems from like say Gulzaar sahib -- but these old songs have the Rare combination of Great Composition by Shri sudhir Phadke ji, Didi's Voice & lyrics of a Pandit Narendra Sharma !
Tub to kya kehna ! Song has to be a Nageena , hai na ?

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

शुक्रिया मनीष भाई :)

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

पँकज भाई ,
साँवरिया के गीत सुने और पसँद आये मुझे भी -
'सादगी" के गीतोँ मेँ भी दीदी की आवाज़ सुन कर हर्षाश्रु झरने लगे थे..
उनके सारे जीवन भर की तपस्या का दर्द, त्याग और सँयम सभी उनके स्वर मेँ घुला है तब
"मधुधार " बरसेगी ही ना ..पापा और पँ.भरत व्यास भी विशुध्ध हिन्दी कविता की सरिता
फिल्म जगत मेँ बहा कर चले गये और उनके गीत अमर हो गये ..
आपको शुभ कामना व टिप्पणी के लिये शुक्रिया -
-- लावण्या

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

Naresh ji,
It was you who posted this Rare & gem like song on Lata Didi Group & I thought to add the "words " & post them here on my Blog.
I thank you for your heartfelt response & affection towards Didi,
babu ji ( Shri Sudheer Phadke ji ) & my Papa ji --
-- Lavanya