Tuesday, July 29, 2008

" अनफोर्गेटेबल " लोस - अन्जिलिस मेँ

बाहर १ - १ /२ घंटे तक प्रतीक्षा भी की ...तब तपस्या सफल हुई ॥कई सारी गतिविधियों पे नज़र गयी ..कई सम्माननीय व्यक्ति भी , इसी तरह , भीतर जाने के लिए खड़े दीखे, उनमें नितिन भाई से बरसों बाद , मुलाक़ात हुई - याद है जब मुकेश जी पहली बार शो करने लतादीदी के साथ इसी शहर में आए थे और उस वक्त मैंने उनका स्वागत , एअर - पोर्ट पर किया था तब भी , नितिन भाई साथ थे ..३२ साल हो गए उस प्रसंग को ! आज का समय , फास्ट फॉरवर्ड करते हुए ....

नितिन मुकेश भाई , हम और मोनिका बहुरानी

जी हाँ , अमिताभ बच्चन जी , अभिषेक बच्चन , ऐश्वर्या राय बच्चन , का मशहूर शो देख आए हम, अमेरीकी के लोस ~ अन्जिलिस शहर में -नाम , आप सभी ने अब तक सुन लिया होगा - " अनफोर्गेटेबल "

नाम कहाँ से पसंद किया ये पता नहीं पर , इसी नाम का १ बहुत मशहूर गीत है जिसे गाया है अमरीका के अजोड गायक Nat King Cole ने
उनकी बेटी नेटेली ने पिता की आवाज़ के साथ अपनी आवाज़ मिलाकर एक नया और अविस्मरणीय गीत तैयार किया , अपने पिता को श्रध्धाँजलि देते हुए --
शो अच्छा रहा ..अमित जी ने ५, ६ गीत गाये, उनकी प्रख्यात फिल्मों के संवाद बखूबी सुनाये ...ख़ास तौर से दीवार फ़िल्म से माँ पर बोलते हुए " मुझे माँ चाहीये ..." कहते उनकी आंखों में आंसू भर आए और वे स्टेज से , चल दिए ..तब अवश्य तेजी आंटी को याद कर रहे थे ये सारे दर्शक भी जान गए ॥
" अग्निपथ " काव्य के अंश भी प्रभावी रहे ..इस तरह , उन्होंने अपने स्वर्गीय माता और पिता को श्रध्धान्जली दी --
अभिषेक का ये पहला अनुभव था ० लाइव शो का ०
उनकी परफॉर्मेंस ठीक रही ..कई बार वे कन्फुजियाये से लगे :) खैर !
प्रीटी ज़िण्टा बेहद सुँदर लगीँ !
खास " बुमरो ..बुमरो " कशमीरी लोक गीत पर नाचते वक्त देखिये ये लिंक -- स्टेज शो और फ़िल्म से ३ , अलग अलग क्लिप हैं --
पहले प्रिटी जिंटा हैं और
दूसरी क्लिप में ऐश्वर्या हैं ....
और अन्तिम क्लिप है माधुरी दीक्षित की ..
जिसने सबसे उत्तम्, धमाकेदार नृत्य किया !
...सच ,माधुरी के जैसा कोई नहीँ नाच सका ...
"डोला रे डोला " देवदास का नृत्य लाजवाब रहा

20 comments:

Harshad Jangla said...

Lavanyaji

Wonderful presentation.

Thanx & Rgds.

-Harshad Jangla
Atlanta, USA

sanjay patel said...

लावण्या बेन
नितिन भाई त्याँ होय तो म्हारो पण जै श्री कृष्ण केजो . अत्यारेज लता एवोर्ड माँ म्हें नितिन भाई साथे एकरिंग की हती.
याद करावजो.

Abhishek Ojha said...

अच्छा प्रस्तुत किया आपने... खबरों में तो खूब देख-सुन रहे हैं, साथ में अमिताभ के ब्लॉग पर भी यही छाया रहता है आजकल.

कामोद Kaamod said...

वाकई शानदार अनुभव.
यहाँ बांटने के लिए आभार

राज भाटिय़ा said...

लावण्या जी, धन्यवाद हम सब से बाटंने के लिये

मीनाक्षी said...

लावण्याजी, बहुत अच्छा लगा ..मधुर पलों को हमारे साथ बाँटने का आभार.. यूटयूब के तीनों गीत हमारी पसन्द के हैं...

Gyan Dutt Pandey said...

मेरे लिये तो यह पढ़ना और आत्मसात करना - इज पीपींग इन एनदर डोमेन, एनदर वर्ल्ड! अच्छा लगा यह जानना।

Udan Tashtari said...

आभार अपने संस्मरण और कार्यक्रम का विवरण देने के लिये. माधुरी वाली क्लिपिंग तो फिल्म की लगती है..प्रोग्राम की नहीं है क्या?

आभार पुनः.

दिनेशराय द्विवेदी said...

इन सभी हुनरमंद कलाकारों को एक साथ मंच पर देखना अविस्मरणीय अनुभव रहा होगा।

रंजू भाटिया said...

रोचक लगा इसको पढ़ना ..हमारे साथ इसको शेयर करने के लिए शुक्रिया

कुश said...

वाह जी वाह आप तो कल्ले कल्ले एंजाय कर रहे है..

डा. अमर कुमार said...

.

चलिये लावण्या जी, आपकी नज़रों से देख तो लिया !
धन्यवाद ।

L.Goswami said...

dekh liya pura.sundar tha.

नीरज गोस्वामी said...

...सच ,माधुरी के जैसा कोई नहीँ नाच सका ...
सत्य वचन....लावण्या जी.
नीरज

बालकिशन said...

शानदार और जानदार प्रस्तुति.
आपको धन्यवाद.

कंचन सिंह चौहान said...

waah didi...! chiotra dikhane ka shukriya

डॉ .अनुराग said...

यहाँ बांटने के लिए आभार

Manish Kumar said...

nitin ji kaphi tandrust ho gaye hain. chitron ki is jhanki ke liye dhanyawaad.

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

देखिये ये लिंक --
स्टेज शो और फ़िल्म से ३ , अलग अलग क्लिप हैं --
( I have mentioned this in my post )
समीर भाई -
ये पहले के प्रोग्राम से ली हैँ -
और आप सभी का धन्यवाद !
Many Thanx -

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` said...

और सँजय भाई आप का धन्यवाद ~~ मैँ लोस एन्जिलिस गई थी अब फिर अपने शहर मेँ आ गई हूँ ..